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सिद्धू दंपत‍ि ने रेलवे को ठहराया दोसी, लेकिन DRM ने हर आरोप झुठलाया

अमृतसर में हुए हादसे पर फिरोजपुर डीआरएम वि‍वेक कुमार का अहम बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने हादसे को लेकरपंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सारे आरोपों का सिरे से खारिज कर दिया है. डीआरएम के मुताबिक हादसे के लिए रेलवे जिम्मेदार नहीं है.

सिद्धू दंपत‍ि ने रेलवे को ठहराया दोसी, लेकिन DRM ने हर आरोप झुठलायागौरतलब है कि सिद्दू ने दावा किया था कि जिस अमृतसर एक्सप्रेस ने 60 लोगों को रौंद डाला उसमें हॉर्न नहीं था. वहीं फिरोजपुर डीआरएम का कहना है कि ट्रेन का हॉर्न ठीक से काम कर रहा था और ट्रैक पर लोगों को देखकर ड्राइवर ने ट्रेन की स्पीड कम की थी. साथ ही कैमरे में कैद तस्वीरों में हादसे वक्त ट्रेन हॉर्न बजाते हुए गुजरते दिख रही है. इस हादसे को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी सवालों में घेरे में आ चुकी हैं. दरअसल, जोड़ा फाटक पर हो रहे रावण दहन में सिद्धू की पत्नी चीफ गेस्ट थीं.

एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबि‍क, ‘नवजोत सिंह सिद्धू यहां से विधायक हैं. उनकी पत्नी नवजोत कौर मंच पर मौजूद थीं, लेकिन घटना के बाद वह कार लेकर वहां से चली गईं. हमें मदद की जरुरत थी, लेकिन वह मदद करने की बजाय मौके से भाग गईं.’

नवजोत सिद्धू ने पत्नी के बचाव में आगे आते हुए उनके हादसे वाले स्थान से भागने के आरोपों को खारिज करते हुए अमृतसर एक्सप्रेस में हार्न नहीं होने का हवाला दिया.

लोगों में सिद्धू की पत्नी के लिए नाराजगी देखी गई है. वहीं, अपने बचाव में उतरीं नवजोत कौर सिद्धू ने रेलवे को ठहराया जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कार्यक्रम स्थल से उनके जाने के बाद ये हादसा हुआ है.

वहीं, हादसे के बाद नवजोत कौर घायलों को देखने अस्पताल पहुंचीं. जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात कर पूरी जानकारी ली और परिजनों को ढांढस बंधाया. बता दें कि अमृतसर के चौड़ा बाजार के नजदीक हुए इस रेल हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई. उस समय लोग पटरी के पास रावण दहन देख रहे थे.

रावण दहन के दौरान पटाखों और आग की लपटों की वजह से लोग पीछे हटे, और कुछ लोग पहले से ही पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रेन लोगों को रौंदते हुए निकल गई. हादसे के बाद तीन किलोमीटर दूर अमृतसर जंक्शन पर जाकर रुकी ट्रेन की बोगियों पर हादसे खून के छींटे लगे हुए थे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने भी ट्रेन के ड्राइवर को क्लीन चिट दे दी है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि ड्राइवर की कोई भी गलती नहीं थी.

लोहानी के मुताबिक, रेल प्रशासन को कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इस हादसे के लिए रेलवे किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं. ये मैन्ड रेलवे क्रासिंग थी और ट्रैक ट्रेन गुजरने की जगह है. अमृतसर में हुए दर्दनाक रेल हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, और राहुल गांधी के साथ ही देश के सभी मुख्यमंत्रियों ने दुख जताया है.

सरकार ने हादसे के मृतकों और घायलों को मुआवजे का ऐलान क‍र दिया है. मृतकों को केंद्र से 2 लाख और पंजाब सरकार से पांच लाख रुपए की मदद की जाएगी.

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