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यह मेरे खून में है, अपने आक्रामक रवैये पर बोले विराट कोहली

दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ virat650_650x488_51434166747सिडनी: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने आक्रामक रवैये का खुलासा करते हुए कहा कि इसका एक हिस्सा उन्हें अपने परिवार से मिला जबकि बाकी के लिए वह प्रक्रिया जिम्मेदार है जिससे संघर्ष करके उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाई।

कोहली ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए वीडियो ब्लॉग में ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल से कहा, ‘मुझे लगता है कि यह मेरे खून में है, मेरे पिता सिंह राशि के थे और वह संघर्ष के लिए तैयार रहते थे। उन्हें हमेशा खुद पर विश्वास रहता था। मुझे लगता है कि इसका कुछ हिस्सा मुझे परिवार से मिला और बाकी दिल्ली में बड़े होने के कारण।’

उन्होंने कहा, ‘यह आसान नहीं होता, आपको प्रक्रिया में शीर्ष पर पहुंचने के लिए हमेशा संघर्ष करना होता है और यह आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। आप अपने आस पास की चीजों को लेकर चिंता करना बंद कर देते हो और इस पर ध्यान लगाते हो कि आपको क्या चाहिए।’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में संपन्न सीमित ओवरों की सीरीज में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले कोहली को टी-20 में प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।

कोहली ने कहा कि उन्होंने हमेशा ऐसा बल्लेबाज बनने का सपना देखा था जिसे गेंदबाज आउट करना चाहते हों। कोहली ने कहा, ‘जब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आया तो ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी खिलाड़ी आउट करना चाहें। मैं अंतिम एकादश में एक अन्य खिलाड़ी कभी नहीं बनना चाहता था। मैं हमेशा ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी टीम पहले आउट करना चाहे।’

कोहली ने साथ ही बताया कि किसी तरह सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद की। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने हमेशा उन छोटी चीजों में मेरी मदद की जो मैं अपने खेल में सुधार सकता था। अगर उन्हें कुछ दिखता था तो वह खुद मेरे पास आकर मुझे कहते थे। आपके पास उसके दर्जे के लोग नहीं होते तो खुद आकर युवा से इस तरह की बात करें।’ कोहली का मानना है कि आईपीएल ने अंतरराष्ट्रीय विरोधियों को करीब ला दिया है।

कोहली ने रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु टीम के अपने साथी मिशेल स्टार्क के बारे में कहा, ‘अगर मैं स्टार्की को नहीं जानता तो मुझे कभी नहीं पता चलता कि वह कितना अच्छा इंसान है।’ उन्होंने कहा, ‘वह शानदार इंसान है। आप लोगों को जाने बिना धारणा बना लेते हो और मुझे लगता है कि आईपीएल आपको इन सीमाओं को हटाने में मदद करता है और आप असल में उन लोगों के मित्र बन सकते हैं जिनके खिलाफ खेलते हैं।’

 

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