दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ रायपुर. संगठन और जोगी खेमे की लड़ाई का असर कांग्रेस के छात्र संगठन में खुलकर नजर आ रहा है। पिछले दिनों विधानसभावार एनएसयूआई अध्यक्षों की नियुक्ति से नाराज एनएसयूआई के जोगी समर्थक छात्र नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है।
प्रदेश भर से आए छात्र नेताओं ने एनएसयूआई उपाध्यक्ष जसमीत सोनू शर्मा के नेतृत्व में शक्ति प्रदर्शन किया।
कांग्रेस भवन में गुरुवार को इनके द्वारा बैठक रखी गई थी जिसके लिए कांग्रेस पदाधिकारियों से न तो अनुमति ली गई थी। संगठन खेमे ने इस पर आपत्ति की और उन्हेंे बाहर जाने के लिए कहा।
संगठन खेमे का आरोप है कि बैठक की अनुमति नहीं मिलने से नाराज जोगी समर्थक छात्र नेताओं ने जोगी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए कांग्रेस भवन में हंगामा और तोड़फोड़ की। कांग्रेस महामंत्री गिरीश देवांगन ने इस संबंध में कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की।
संगठन खेमे इसे सुनियोजित बता रहा है। दूसरी तरफ, संगठन के आरोपाें को गलत बताते हुए जोगी समर्थक छात्र नेताओं ने भी बाद में कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की।
सबकी पीड़ा जानने बुलाई थी बैठक
एनएसयूआई अध्यक्ष द्वारा प्रदेश भर में की गई नियुक्तियों से अधिकांश जिलाध्यक्ष आहत थे। उनकी पीड़ा जानने के लिए ही कांग्रेस भवन में बैठक रखी गई थी। इसमें राष्ट्रीय प्रतिनिधि अजीत सिंग और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही 11 जिलाध्यक्ष अपने 500 समर्थकों के साथ आए थे।
कांग्रेस भवन में बैठक की अनुमति नहीं मिलने पर हम सभी लोग कांग्रेस भवन के बाहर सीढ़ियों पर आकर बैठक करने लगे। इसके बाद वहां भी हमारे साथ धक्का मुक्की की गई। बाद में मुझे पता चला कि अंदर तोड़फाेड़ हुई है और मेरे ऊपर आरोप लगाए गए हैं।
– जसमीत सोनू शर्मा
आला कमान के सामने जोगी पहली बार रखेंगे अपनी बात
अंतागढ़ टेप कांड के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी 7 फरवरी को दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल गुरुवार को दिल्ली रवाना हो गए हैं।
अगले कुछ दिन अब दिल्ली में पीसीसी की कार्रवाई की दिशा तय होने के संकेत हैं। पीसीसी अध्यक्ष मनरेगा की पूरी रिपोर्ट लेकर आज दिल्ली रवाना हुए हैं। लेकिन वहां पर मुख्य चर्चा अजीत जोगी और अमित जोगी के निष्कासन के संबंध में होने की संभावना है।
वर्किंग कमेटी की बैठक के लिए जोगी को दिल्ली से दो से तीन बार बुलावा आ चुका है। खबर यह है कि अजीत जोगी की माइनर सर्जरी के बाद डाक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। लेकिन उनके दिल्ली जाने की संभावना काफी अधिक है।
कारण यह है कि 6 जनवरी को पीसीसी की कार्रवाई के बाद से उनकी पत्नी रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी तो कई बार दिल्ली होकर वापस आ गए हैं, अजीत जोगी अब तक दिल्ली नहीं गए हैं। वर्किंग कमेटी की बैठक से पहले वे कांग्रेस भवन भी जा सकते हैं।
कांग्रेस भवन में बघेल और हरिप्रसाद के साथ उनका आमना सामना होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
अमित दिल्ली में ही
मरवाही विधायक अमित जोगी पखवाड़े भर से दिल्ली में ही हैं। रेणु जोगी इस बीच दो से तीन बार दिल्ली से हो आई हैं।
सौदान के साथ बघेल भी दिल्ली गए
पीसीसी अध्यक्ष बघेल और भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह दोनों एक ही विमान से शाम दिल्ली गए। इसके पूर्व एयरपोर्ट पर सौदान सिंह को देखते ही बघेल उनके पास गए और सौजन्य चर्चा की।
बघेल ने कहा कि भाई साहब आप कब आकर कब चले जाते हैं पता ही नहीं चलता । इस पर सिंह ने अपने 3 दिनों के रायपुर प्रवास की जानकारी दी।
कांग्रेस भवन में गुरुवार को इनके द्वारा बैठक रखी गई थी जिसके लिए कांग्रेस पदाधिकारियों से न तो अनुमति ली गई थी। संगठन खेमे ने इस पर आपत्ति की और उन्हेंे बाहर जाने के लिए कहा।
एनएसयूआई अध्यक्ष द्वारा प्रदेश भर में की गई नियुक्तियों से अधिकांश जिलाध्यक्ष आहत थे। उनकी पीड़ा जानने के लिए ही कांग्रेस भवन में बैठक रखी गई थी। इसमें राष्ट्रीय प्रतिनिधि अजीत सिंग और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही 11 जिलाध्यक्ष अपने 500 समर्थकों के साथ आए थे।
– जसमीत सोनू शर्मा
मरवाही विधायक अमित जोगी पखवाड़े भर से दिल्ली में ही हैं। रेणु जोगी इस बीच दो से तीन बार दिल्ली से हो आई हैं।
पीसीसी अध्यक्ष बघेल और भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह दोनों एक ही विमान से शाम दिल्ली गए। इसके पूर्व एयरपोर्ट पर सौदान सिंह को देखते ही बघेल उनके पास गए और सौजन्य चर्चा की।