नीता के लिए मर्सिडीज छोड़ बस में सफर करते थे मुकेश अंबानी
मुकेश और नीता की मोहब्बत बेहद फिल्मी अंदाज में शुरू हुई थी। कॉलेज में हुए एक डांस प्रोग्राम में मुकेश के पिता धीरूभाई अंबानी ने नीता को पहली बार देखा और मन ही मन उन्हें अपने घर की बहू बनाने का फैसला कर लिया।
धीरूभाई ने नीता अंबानी को फोन किया और कहा कि मैं धीरूभाई अंबानी बोल रहा हूं। ये सुनते ही नीता अंबानी ने गुस्से से फोन काट दिया। धीरूभाई ने दोबारा फोन किया तो नीता अंबानी ने मजाक भरे अंदाज में कहा कि मैं एलिजाबेथ टेलर हूं और फोन काट दिया। तीसरी बार नीता अंबानी के पिता ने फोन पर बात की और बताया कि वह वाकई में धीरूभाई अंबानी ही थे।
नीता और मुकेश की जिन दिनों डेटिंग चल रही थी, तब मुकेश उन्हें अपनी मर्सडीज कार से घुमाने ले जाते थे। एक दिन नीता ने उनसे कहा, ‘आपको मेरी तरह ‘बेस्ट’ बस से यात्रा करनी चाहिए, डबल डेकर बस में सबसे आगे की सीट सबसे अच्छी होती है।’
नीता के ऐसा कहने के बाद मुकेश अंबानी बस से यात्रा करने लगे। नीता को वह सीट अच्छी लगती थी, क्योंकि वहां से समुद्र और उसकी रेत देखना उन्हें बहुत अच्छा लगता था। बस फिर क्या था दोनों का प्यार समुद्र की लहरों की तरह आगे बढ़ने लगा।शादी के बाद नीता केवल एक गृहणी बनकर ही नहीं रही बल्कि उन्होंने मुकेश के बिजनेस में भी हाथ बंटाना शुरू किया। हालांकि नीता को पढ़ाना बहुत अच्छा लगता है। मुकेश अंबानी से शादी होने के बाद उन्होंने एक स्कूल भी शुरू किया था।
शादी के बाद मुकेश और नीता के बीच प्यार और बढ़ता गया। नीता शादी के 8 साल बाद मां बनी थीं। नीता उस दिन को अपनी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन मानती हैं और भगवान का शुक्रिया अदा करती हैं। नीता को अपनी जिंदगी में सबसे अच्छा मां की तरह रहना ही लगता है।
नीता अंबानी को अपने बच्चों की तस्वीरें दूसरों के साथ या फिर सोशल मीडिया पर शेयर करना पसंद नहीं है। ऐसा वे अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए नहीं करती हैं, बल्कि उनका मानना है कि दुनिया बच्चों को उन्हीं के नाम से जानें, न कि मां-बाप के नाम से। वह चाहती हैं कि बच्चे अपना नाम खुद रोशन करें, न कि मां-बाप के सहारे से।
नीता का दिन सुबह-सुबह डांस प्रेक्टिस से शुरू होता है और फिर इसके बाद वो अपने बाकी काम करती हैं। नीता अंबानी के लिए डांस मेडिटेशन जैसा है। वे इसे अपना भगवान मानती हैं।
नीता अंबानी को लोगों से मिलना जुलना अच्छा लगता है। वहीं दूसरी ओर मुकेश अंबानी बहुत अधिक लोगों से नहीं मिलते। नीता कहती हैं कि मुकेश अंबानी को जब फिल्म देखनी होती है तो वे अक्सर रात में अपने कुछ दोस्तों के साथ फिल्म देखते हैं।
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि नीता अंबानी का कोई फिक्स ऑफिस नहीं है। अगर वह स्कूल में होती हैं तो ऑफिस स्कूल से ही चलता है और जब वह आईपीएल में होती हैं तो उनका ऑफिस भी उनके साथ वहीं होता है। अगर वह अस्पताल में रहती हैं तो उनकी सारी मीटिंग अस्पताल में ही होती हैं।