विक्की कौशल को क्यों पसंद है आर्मी ऑफिसर? ‘सैम बहादुर’ से पहले दी 360 करोड़ी फिल्म
मुंबई: विक्की कौशल की पिछली दो फिल्में- ‘द ग्रेट इंडियन फैमिली’ और ‘गोविंदा नाम मेरा’ ऑडियंस को खास प्रभावित नहीं कर सकीं. लेकिन आने वाली फिल्म ‘सैम बहादुर’ को लेकर वह चर्चा में हैं. इसके ट्रेलर और विक्की के लुक ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. इसमें वह आर्मी ऑफिसर के किरदार में है. फिल्म को मेघना गुलजार ने डायरेक्ट किया है. विक्की ने फिल्म में काम करने से जुड़े अनुभव शेयर किए हैं और ये भी बताया कि इंडियन आर्मी वाले किरदार उनके लिए खास क्यों हैं? विक्की ने इससे पहले उन्होंने ‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक’ में आर्मी ऑफिसर का किरदार निभाया था.
विक्की कौशल ने पिंकविला को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें किरदार के लिए इंडियन आर्मी की यूनीफॉर्म पहने भर से ही बहुत खुशी मिलती है. उन्होंने कहा कि सैम बहादुर के किरदार के लिए वह 3 दिन के लिए मराठा रेजीमेंट के साथ रहे. इस दौरान उन्होंने सैनिकों के साथ खूब मस्ती, पार्टी और बातचीत की. उन्होंने कहा कि रात को 3 बजे तक जगने के बाद भी लोग सुबह 5 बजे उठ जाते थे.
विक्की कौशल ने कहा कि इंडियन आर्मी में बहुत ही अनुशासनशीलता है. विक्की ने कहा कि वह उन्हें कई बेहतरीन और नायकों की कहानियां सुनाई. विक्की ने इससे पहले ‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक’ में भारतीय सेना के जवान के किरदार में दिखे थे. यह फिल्म उनके लिए करियर चेजिंग रही. इसने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया था.
‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक’ मात्र 25 करोड़ रुपए के बजट में बनी थी और इसने लगभग 360 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया. इस फिल्म से विक्की कौशल रातों-रात स्टार बन गए. यह एक रियल घटना पर आधारित फिल्म थी. अब विक्की ‘सैम बहादुर’ में सैम मानेक शॉ के किरदार में दिखेंगे.
सैम मानेकशॉ 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना प्रमुख थे. वह पहले भारतीय सेना के ऑफिसर थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का खिताब दिया गया. वह 4 दशक तक भारतीय सेना में रहे और 5 वॉर्स का सामना किया. उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ही सेना को ज्वाइन कर लिया था.