स्टूडेंट इस्लामिक संगठन के सदस्यों पर भाजपा का हमला
इस दौरान छात्रों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। इसमें तीन छात्रों को गंभीर चोटें आईं हैं। एक राहगीर भी हमलावरों का शिकार बना।
मुस्लिम संगठन जमात ए इस्लामी की विद्यार्थी विंग स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन (एसआईओ) के बैनर तले हजरतगंज स्थित सरदार पटेल प्रतिमा पर एकत्र हुए छात्र हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या, जेएनयू प्रकरण की जांच, जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई और शिक्षा व शैक्षिक नीति में बढ़ते फासीवाद पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे।
इसी दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। संगठन के नगर अध्यक्ष साजिद अलीम के नेतृत्व में मानव शृंखला बनाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।साजिद अलीम के मुताबिक लौटते समय विधान सभा भवन के सामने स्थित भाजपा कार्यालय से अचानक निकले लाठी-डंडों से लैस लोगों ने छात्रों पर हमला बोल दिया। छात्रों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। मारपीट करने के बाद हमलावर भाजपा कार्यालय में ही घुस गए।
मारपीट में मो. फुरकान, तारिक अमीम और मो. मुकीम को गंभीर चोटें आई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक राहगीर भी घायल हो गया। अचानक हुए हमले से हड़बड़ाए पुलिसकर्मियों ने लाठियां फटकार मारपीट कर रहे लोगों को खदेड़ा।
साजिद अलीम के मुताबिक अज्ञात हमलावरों केखिलाफ हजरतगंज में तहरीर दी गई है। वहीं पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी केजरिये हमलावरों की पहचान कराई जाएगी।
छात्रों का आरोप- पुलिस ने कहा, ‘कुछ दिन चुप नहीं बैठ सकते क्या?’
पिटने वाले छात्रों का आरोप है कि प्रकरण के दौरान कुछ पुलिस वाले मौके पर मौजूद थे, लेकिन किनारे ही खड़े रहे। काफी देर बाद वे आए और पीट रहे भाजपाइयों को रोका। पुलिस को देखकर सभी हमलावर भाजपा कार्यालय में घुस गए। वहीं पुलिसकर्मी उलटे पिटे हुए छात्रों को ही धमकाकर कहने लगी कि ‘…जब मामला गर्म है तो क्यों प्रदर्शन करते हो? चुपचाप घर में नहीं बैठ सकते क्या?’केस दर्ज कराने हजरतगंज कोतवाली पहुंचे छात्रों ने इंस्पेक्टर विजयमल यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने कहा कि ‘जेएनयू के मसले पर प्रोटेस्ट करोगे तो यही हाल होगा। तुम लोग खाते-रहते यहां हो और गाते पाकिस्तान का हो?’
छात्रों का आरोप है कि उन्हें काफी देर इंतजार करवाया गया और शिकायत तक नहीं ली गई। बाद में मीडिया की मौजूदगी बढ़ने पर तहरीर ली गई।
रिहाई मंच ने की कार्रवाई की मांग
हमले को लेकर रिहाई मंच संगठन ने भाजपाइयों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। मंच के कार्यकर्ता अनिल यादव ने कहा कि विधानसभा भवन के सामने भाजपा नेता शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हमला करते हैं और सपा सरकार की पुलिस चुपचाप देखती रहती है। इससे जाहिर होता है कि इसमें सरकार की भी सहमति है।