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इंदिरा की तरह यूपी की कमान संभालेंगी प्रियंका
दस्तक टाइम्स एजेंसी/लखनऊ.कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लंबे समय से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मांग कर रहे हैं कि प्रियंका को यूपी में लाया जाए। लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ये मुराद नवंबर (19 नवंबर) तक पूरी हो सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ सूत्रों की मानें तो केन्द्रीय नेतृत्व प्रियंका को यूपी की कमान सौंपने के लिए किसी विशेष दिन का इंतजार कर रही है। अब अटकलें लगने लगी हैं कि ये विशेष दिन कोई और नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बर्थडे के दिन इसकी घोषणा हो सकती है।
प्रियंका यूपी में पहले भी कर चुकी हैं चुनावी प्रबंधन
प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव हमेशा मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रबंधन का काम यूपी में बखूबी संभालती आई हैं। कांग्रेस के राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को यूपी चुनाव की जिम्मेदारी मिलने के बाद यूपी की सियासत में प्रियंका को यहां लाने की मांग और तेज हो गई है। राहुल के साथ बैठक में प्रशांत किशोर ने कहा था कि यूपी की सत्ता में प्रियंका को उतरने की जरूरत है। इसलिए इस बात को अब और बल मिल गया है कि प्रियंका गांधी को यूपी का प्रभारी बनाया जा सकता है।
प्रियंका को यूपी में लाने की मांग पहले भी उठ चुकी है
अमेठी और रायबरेली समेत कई जिला में स्थानीय नेताओं मांग करने लगे है कि यूपी में प्रियंका को लाए जाए. इसलिए सोनिया ने इलाहाबाद के पिछले दौरे के दौरान जब फूलपुर सीट पर गांधी परिवार के किसी सदस्ये को उतारने की मांग रखी गई तो सोनिया ने जवाब दिया, ‘मैं देखती हूं’। इतना ही नहीं राहुल के लखनऊ दौरे के दौरान जब उनसे पूछा गया था कि प्रियंका को यूपी की राजनीति में लाया जा रहा है तो उन्होंने इस सवाल पर इनकार भी नहीं किया था। राहुल ने कहा, ‘वह मेरी बहन है, वह जो भी करना चाहेगी मैं हरसंभव मदद करुंगा। वह काफी समझदार है। जनता के बीच उसे काम करने में कठिनाई नहीं होती।
यूपी की सत्ता के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती कांग्रेस
यूपी में लोकसभा चुनावों के दौरान मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस सियासत पाने की ललक में यहां राहुल की जगह प्रियंका को अपना चेहरा बना सकती हैै। सोनिया गांधी का एक महीने के अंदर दूसरी बार इलाहाबाद पहुंचना इन कयासों को और भी मजबूती मिली है।