देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का कहर, कई राज्यों में स्थिति गंभीर, चारधाम यात्रा रोकी
नई दिल्ली: मानसून के सक्रिय होने से देश के पूर्वी, पश्चिमी, मध्य और उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई राज्यों में हालात चिंताजनक हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में लगातार बारिश के चलते गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं।
वायनाड में बारिश के कारण अब तक 154 लोगों की मौत हो चुकी है, और लापता लोगों की खोज जारी है। केरल के वायनाड में भूस्खलन और तेज बारिश के कारण हालात अत्यंत गंभीर हो गए हैं। कुल 293 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 130 लोग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं और 240 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। मौसम विभाग ने वायनाड में आज भी रेड अलर्ट जारी किया है। सेना द्वारा किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा कर लिया गया है, लेकिन प्रभावित क्षेत्र में अभी भी राहत कार्य जारी है।
उत्तराखंड में भी हालात बहुत खराब हैं। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते 14 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में कई स्थानों पर लैंडस्लाइड और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। बुधवार रात गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग का 25 मीटर का हिस्सा ढह गया, जिसके बाद फंसे हुए 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। ऋषिकेश में गंगा नदी उफान पर है और इसके सहायक नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। मौसम विभाग ने गढ़वाल क्षेत्र में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। देहरादून में पिछले 24 घंटे में 172 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश का असर जारी है। गुरुवार को कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने की घटनाएँ हुईं। मंडी में बादल फटने के कारण तीन मकान बह गए और अब तक दो शव बरामद हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में 36 लोग लापता हैं और मौसम विभाग ने यहाँ भी बारिश की संभावना जताई है। सेना राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। इन घटनाओं के मद्देनजर, राज्यों में राहत और बचाव कार्यों को तेज किया गया है। स्थानीय प्रशासन और राहत दल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।