कोटा में नीट और जेईई आकांक्षियों ने फांसी लगाई, जनवरी में 6 ने की आत्महत्या
नई दिल्ली: गुजरात की एक नीट आकांक्षी और जेईई की कोचिंग ले रहे असम के एक छात्र ने बुधवार को कोटा में दो घंटे के अंतराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही कोचिंग हब के नाम से मशहूर इस शहर में साल के पहले 22 दिनों में ऐसे छह मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस ने बताया कि गुजरात के अहमदाबाद की मूल निवासी नीट आकांक्षी अशफा शेख ने सुबह करीब 10 बजे जवाहर नगर इलाके में स्थित अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जवाहर नगर क्षेत्र निरीक्षक रामलक्ष्मण ने बताया कि 24 वर्षीय युवती ने पहले भी कई बार मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी थी, लेकिन वह सफल नहीं हो सकी थी। वह कोचिंग लेती थी, लेकिन फिलहाल खुद से पढ़ाई कर रही थी।
उन्होंने बताया कि उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है तथा इस कदम के पीछे का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। जवाहर नगर पुलिस जब शेख के मामले की जांच कर रही थी, उसके दो घंटे बाद ही महावीर नगर पुलिस को एक अन्य छात्र की आत्महत्या की सूचना मिली। पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे असम के गुवाहाटी के 18 वर्षीय जेईई आकांक्षी ने महावीर नगर इलाके में स्थित अपने छात्रावास के कमरे में लोहे के एंगल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, छात्रावास प्रशासन ने कमरों में ‘आत्महत्या निरोधक’ उपकरण लगाया था।
अधिकारी ने बताया कि हालांकि, लड़के ने लोहे के एंगल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। निरीक्षक ने बताया कि लड़के को अगले सप्ताह जेईई-मेन्स की परीक्षा देनी थी और उसकी मां उसकी देखभाल के लिए कोटा पहुंचने वाली थी, लेकिन लड़के ने अपनी मां के यहां पहुंचने से कुछ घंटे पहले ही आत्मघाती कदम उठा लिया। उन्होंने बताया कि छात्रावास के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। दोनों शवों को शवगृह में रखवा दिया गया है। इससे पहले, कोटा में चार जेईई अभ्यर्थियों ने आत्महत्या कर ली थी। कोचिंग संस्थानों के प्रमुख केंद्र इस शहर में 2024 में ऐसे 17 मामले सामने आए थे।