NIT मामला: गेट पर तिरंगा फहराना चाहते हैं प्रदर्शनकारी छात्र
एजेन्सी/ जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) में राज्य के बाहरी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना के बाद बुधवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने छात्रों को समुचित सुरक्षा का आश्वासन दिलाया और कहा कि उन्हें किसी तरह का कष्ट नहीं होगा। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कहा कि छात्रों की चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा। उधर, प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि उन्हें कैंपस के मेन गेट पर रोजाना तिरंगा फहराने की इजाजत दी जाए। वहीं केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि छात्रों पर बल प्रयोग नहीं किया जाए और उनकी पढ़ाई पर कोई असर नहीं हो।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार सभी कदम उठा रही है। जम्मू कश्मीर सरकार ने एक जिलास्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। ईरानी ने बुधवार को कहा कि मंत्रालय की तीन सदस्यीय एक टीम एनआईटी पहुंच चुकी है और परीक्षा होने तक श्रीनगर में ही रहेगी। टीम ने छात्रों से मुलाकात की। एनआईटी में 11 अप्रेल से परीक्षा शुरू होगी। टीम में संजीव शर्मा, डायरेक्टर (टेक्निकल एजुकेशन), डेप्युटी डायरेक्टर (फाइनैंस) फजल महमूद व एनआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन एमजे जराबी शामिल हैं।
छात्रों की मांग
एनआईटी के कुछ अधिकारियों का तबादला किया जाए।
देशविरोधी गतिविधियों पर रोक लगे।
मेन गेट पर तिरंगा फहराने की इजाजत मिलनी चाहिए।
कैंपस को जम्मू में शिफ्ट करने और मंदिर बनाने की मांग की है।
एनआईटी परिसर में सीआरपीएफ की दो कंपनियों की तैनाती को देखते हुए कहीं से भी हालात को सामान्य नहीं कहा जा सकता।
उमर अब्दुल्ला, पूर्व सीएम, जम्मू-कश्मीर