आईपीएल मैचों के लिए 5-5 करोड़ देंगी मुंबई और पुणे की टीमें
बांबे हाईकोर्ट महाराष्ट्र में आईपीएल के नौंवें संस्करण के 17 मैचों की मेजबानी को लेकर थोड़ी देर में फैसला देने वाला है। आज चली सुनवाई के दौरान फ्रेंचाइजी टीमों ने पानी के प्रयोग के लिए 5-5 करोड़ रुपये के भुगतान की बात कही है।
आईपीएल में हिस्सा ले रही मुंबई इंडियंस और पुणे की फ्रेंचाइजी टीमों ने 5-5 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में जमा करने की इच्छा जताई है। सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार ने यह भी कहा कि अगर पीने योग्य पानी का दुरुपयोग नहीं किया जाता तो आईपीएल मैच को किसी दूसरे राज्य में भेजे जाने की कोई जरुरत नहीं है।
इससे पहले महाराष्ट्र में पानी संकट के चलते आईपीएल मैचों के आयोजन को लेकर चल रही उठापठक के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बांबे हाईकोर्ट से कहा था कि इन मैचों के लिए सीवर के पानी को रिसाइकल कर इस्तेमाल किया जाएगा।
दूसरी ओर, आईपीएल की फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब ने नागपुर में होने वाले मैचों को मोहाली में कराने की पेशकश कर रखी है। पुणे में होने वाले दो मैच भी अन्यत्र होने की चर्चा है।
हाईकोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या बीसीसीआई सूखा ग्रस्त गांवों को पानी मुहैया कराएगी। न्यायमूर्ति वीएम कानडे व न्यायमूर्ति एमएस कर्णिक की खंडपीठ ने बुधवार तक बीसीसीआई से इन सवालों के जवाब मांगे थे।
इससे पहले बीसीसीआई के वकील रफीक दादा ने कहा कि आईपीएल के 17 मैचों के लिए हम रॉयल टर्फ क्लब के एसटीपी का पानी इस्तेमाल करेंगे। इस पर खंडपीठ ने निर्देश दिया कि पुणे टर्फ क्लब इस पर अपना रुख स्पष्ट करे।
वहीं, मुंबई महानगरपालिका के वकील ने कहा कि मुंबई के वानखेडे़ स्टेडियम को अनुपयोगी पानी दिया जा रहा है। इस दलील पर खंडपीठ ने कहा कि क्या इस पानी को इस्तेमाल करने योग्य बनाया जा सकता है। इस पर राज्य के कार्यवाहक महाधिवक्ता रोहित देव ने कहा कि यदि आईपीएल के मैचों में क्रिकेट के मैदान के लिए स्वच्छ व उपयोगी पानी की आपूर्ति की जाएगी, तो संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि लातूर में रेल से पानी भेजा जा रहा है। इस दलील पर खंडपीठ ने कहा कि सिर्फ लातूर नहीं राज्य के हर सूखा प्रभावित जिले में पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो। बांबे हाईकोर्ट ने आईपीएल-9 के उद्घाटन मैच को हरी झंडी दे दी थी, लेकिन अन्य 17 मैचों के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। इससे पहले मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बीसीसीआई को सूखे की मार झेल रहे महाराष्ट्र राज्य में आईपीएल मैचों के आयोजन कराने के लिए कड़ी फटकार लगाई थी।