शराब के नशे में धुत महिला ने सड़क पर किया हंगामा
बुधवार सुबह तहसील कैंप कट के सामने फ्लाईओवर के नीचे शराब के नशे में धुत एक महिला करीब एक घंटे तक फ्लाईओवर के नीचे पड़ी रही। महिला ने हाथ में नया लाल चूड़ा पहन रखा था और उसके शृंगार को देखकर भी नव विवाहिता होने का पता लग रहा था। उसने बीच-बीच में उठकर मोटरसाइकिल व गाड़ी चालकों को रोकने का प्रयास भी किया। सूचना पर तहसील कैंप चौकी में तैनात एएसआई तकदीर मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने महिला राहगीरों के सहयोग से नशे में धुत महिला को उठाया। वह नशे में इस कदर धुत थी कि उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। मध्यम वर्गीय परिवार की लग रही यह महिला लड़खड़ाती हुई तहसील कैंप कट पर पहुंची और वहां करीब 15 मिनट जमकर उत्पात मचाया। एएसआई तकदीर की सूचना पर महिला पुलिस मौके पर पहुंची। महिला पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला को पीसीआर में बैठाया। जिसके बाद जीटी रोड के वाहन चालकों ने राहत की सांस ली।
दो थानों और चौकी पुलिस एक दूसरे से पूछने लगे
उसके बाद महिला का कहीं अतापता नहीं लगा। महिला थाना एसएचओ कविता ने कहा कि उन्हें मामले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। महिला थाने में महिला को नहीं लाया गया। सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार, तहसील कैंप चौकी प्रभारी संदीप सिंह ने कहा कि उन्हें महिला के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस के इस रवैये पर बात में डीएसपी ने संज्ञान लिया तो महिला की लोकेशन के बारे में पता चल सका।
दो थाने व चौकी की पुलिस ढूंढती रही, महिला को भेजा नारी निकेतन
पानीपत। दो थानों व चौकी प्रभारी एक दूसरे को फोन कर महिला के बारे में पूछते रहे, महिला पुलिस कर्मियों ने महिला का सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाकर उसको कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया। महिला के बैग में मिले कागजात से उसके अमृतसर के होने का पता चला है। पुलिस और नारी निकेतन के कर्मचारी उससे लगातार बातचीत कर रहे हैं।
इस हाल में कैसे पहुंची, बड़ा सवाल
महिला फिलहाल अपने बारे में ज्यादा नहीं बता पा रही है। वह अमृतसर से यहां कैसे पहुंची, उसको शराब किसने पिलाई, क्या उसके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई थी, इन सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की जा रही है।
महिला के खिलाफ नशे की हालत में हुड़दंग मचाना, सार्वजनिक स्थान पर नशे में घूमना समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सुरेश कुमार, एसएचओ सिटी