एजेन्सी/ बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सकारात्मक पहल की है। सरकार ने ऐलान किया है कि यदि ऑटो चालकों ने दुर्घटना पीडि़तों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की तो उन्हें 2 हजार रुपए का इनाम मिलेगा। योजना की घोषणा करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि ऑटोचालक दुर्घटना पीडि़तों तक एंबुलेंस से पहले पहुंच सकते हैं। ऑटो चालकों को अब लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग देने की भी तैयारी है। चालकों को फस्र्ट एड किट रखने को कहा जाएगा।
जयपुर में हर साल हादसों में 1476 मौत
476———-ट्रैफिक पुलिस क्षेत्र
939———-कमिश्नरेट क्षेत्र
507———-ग्रामीण क्षेत्र
1476———जिले में कुल
10510——–राजस्थान में
पत्रिका व्यू: अच्छा फैसला, देश में हो लागू
राजधानी दिल्ली को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने को ऑड/ईवन फॉर्मूले के बाद केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को जनहित का एक और बड़ा फैसला किया। यह सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। हादसा पीडि़त की सहायता पर ऑटोचालक को इनाम की घोषणा की। साथ ही उन्हें आपात चिकित्सा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे न सिर्फ घायलों को समय पर उपचार मिल सकेगा, बल्कि अनेकों जिंदगियां बचाई जा सकेंगी। ऐसे फैसले पूरे देश में लागू किए जाने चाहिए। हाल ही सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में घायलों की मदद करने वालों को पुलिस और न्यायिक झंझटों से मुक्ति दिलाई थी। इन अच्छे फैसलों के बीच इंतजार इतना ही है कि देश की सड़कों में सुधार हो जाए और यातायात नियम कड़ाई से लागू किए जाएं। तो हादसे कम होंगे। फिर भी दुर्घटना हो जाए तो मदद और उपचार तुरन्त मिलेगा। मददगार भी निश्चिंत रहेगा तो सहायता को एक नहीं कई हाथ खड़े होंगे।
हम मदद करने वालों के लिए यह कदम उठा रहे हैं। हम नहीं चाहते कि वो दुर्घटना पीडि़त की मदद करने के चलते परेशान हों।