पिछले दिनों नाटकीय घटनाक्रम के बाद अचानक बसपा का झंडा लहराने वाले झबरेड़ा विधायक हरिदास का कहना है कि सरकार के समर्थन को लेकर अंतिम फैसला बहन मायावती का होगा। मंगलौर विधायक व सरकार में मंत्री रहे सरवत करीम अंसारी को भी किसी भी फैसले के लिए मायावती के इशारे का इंतजार है।
अंसारी का कहना है बहन जी के आदेश का पालन किया जाएगा। ऐसे में छह विधायकों वाला पीडीएफ यदि डगमगाता है तो सरकार बनाने की संभावनाएं तलाश रही कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।
बसपा ने बनाई दूरी
पीडीएफ में शामिल दोनों विधायक भले ही बसपा सुप्रीमो के आदेश को सर्वोपरि बता रहे हैं लेकिन बसपा हाईकमान फिलहाल इस घटनाक्रम से दूरी बनाए हुए हैं। समर्थन को लेकर संगठन की ओर से भी कोई गाइड लाइन जारी नहीं की गई है।