आईये जानते हैं मदर्स डे से जुड़ी खास बातें
मां..ये शब्द अपने आप में संपूर्ण हैं.. दुनिया की हर मां के लिए उसके बच्चे ही उसकी दुनिया होते हैं, भगवान से लेकर आम तक हर कोई अपनी जननी के आगे सजदा करता है। बच्चे की मुस्कान ही मां की धरोहर होते हैं और उनकी खुशी से ही वो दिवाली और ईद मनाती हैं लेकिन दुनिया ने मां को समर्पित करते हुए एक दिन उसके नाम पर रखा है जिसे हम ‘मदर्स डे’ कहते हैं।
आईये जानते हैं इस पावन डे के बारे में कुछ खास बातें जिनका जानना बेहद जरूरी है.. ‘मदर्स डे’ की शुरूआत ने वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस ने की थी उन्होंने इस दिन अवकाश घोषित कर दिया था। बाद में ये हॉलीडे काफी लोकप्रिय हो गया जिसे कि ‘होलमार्क होलीडे’ की संज्ञा दे दी गई जिसका बाद में काफी विरोध भी हुआ। कहा जाता है कि मातृ पूजा का रिवाज़ पुराने ग्रीस से शुरू हुआ था जो स्य्बेले ग्रीक देवताओं की मां थीं। ग्रीस में यह त्यौहार के रूप में 18 मार्च को मनाया जाता था। यूरोप और ब्रिटेन में ‘मदर्स डे’ को एक खास संडे को मनाया जाता है जिसे कि ‘मदरिंग सन्डे’ कहते हैं। मातृ दिवस, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में कई देशों में 8 मार्च को मनाया जाता हैं। लेकिन भारत में ‘मदर्स डे’ मई महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। चीन में, मातृ दिवस के दिन मां को उपहार के रूप में गुलनार का फूल दिया जाता है, ये दिन वहां गरीब माताओं की मदद के लिए 1997 में निर्धारित किया गया था।