कोहली ने कैसे बैंगलोर को प्लेऑफ में पहुंचाया, दिल्ली के बाहर होने की क्या वजह रही…
एजेंसी/ नई दिल्ली: रायपुर के मैदान पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच हुए अहम मुकाबले में आरसीबी ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स को छह विकेट से हरा दिया और प्लेऑफ में अपनी जगह पक्का कर ली। इस जीत के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम 16 अंकों ओर अच्छे रनरेट के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई। बैंगलोर पहले क्वालीफायर मैच में सुरेश रैना की टीम गुजरात लॉयन्स से 24 मई को भिड़ेगी। इस मैच में अगर बैंगलोर की टीम जीत जाती है, तो वह सीधे फाइनल में पहुंच जाएगी। अगर उसे गुजरात से हार का सामना करना पड़ता है तो बैंगलोर को एक और मौका मिलेगा। यानी एलिमिनेटर वाले मैच में जो भी टीम जीतेगी, बैंगलोर का उसके साथ दूसरा क्वालीफायर मुकाबला होगा।
कप्तान कोहली की शानदार बल्लेबाजी
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला लिया। दिल्ली की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में सिर्फ 138 रन बना पाई। दिल्ली की तरफ से क्विंटन डिकॉक ने सर्वाधिक 60 रन बनाए। बैंगलोर की शुरुआत अच्छी नहीं रही और सिर्फ 17 रन पर क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स का विकेट गंवा दिए। लेकिन कप्तान कोहली ने एक बार फिर शानदार बल्लेबाजी करते हुए अकेले दम पर बैंगलोर को प्लेऑफ में पहुंचाया। कोहली ने 54 रन बनाए। केएल राहुल ने अपने कप्तान का बखूबी साथ निभाया। राहुल ने तेज पारी खेलते हुए 23 गेंदों का सामना करके 38 रन बनाए। दोनों की शानदार पारी की वजह से बैंगलोर ने 15 गेंद शेष रहते छह विकेट से यह मैच जीत लिया।
कोहली की वजह से बैंगलोर की लगातार चौथी जीत
विराट कोहली की बल्लेबाजी की जितनी तारीफ की जाए, कम है। बैंगलोर की टीम अपने पहले 10 मैचों में से छह मैच हारकर काफी दबाव में थी। ऐसा लग रहा था कि उसे प्लेऑफ में पहुंचने का मौका नहीं मिल पाएगा। बैंगलोर को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए आखिरी चार मैच जीतने जरूरी थे और कोहली के बल्ले ने यह कर दिखाया। कोहली ने पिछले चार मैचों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर को जीत दिलाई और प्लेऑफ तक पहुंचाया। कोहली के साथ ही एबी डिविलियर्स की भी तारीफ होनी चाहिए। डिविलयर्स रविवार के मैच में खाता नहीं खोल पाए, लेकिन पिछले अन्य मैचों में वह एक शतक और दो अर्धशतक ठोक चुके हैं।
आखिरी चार मैचों में कोहली ने जड़े दो शतक और दो अर्धशतक
विराट कोहली ने आखिर के चार मैचों में 175 की औसत से 351 रन बनाए, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। कोहली की इस शानदार बल्लेबाजी की वजह उन्हें चार में से तीन मुकाबले में ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवार्ड मिला। कोहली आईपीएल के इस संस्करण में रन 919 बना चुके हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आज तक किसी भी खिलाड़ी ने एक संस्करण में इतने रन नहीं बनाए हैं। कोहली के बाद यह रिकॉर्ड क्रिस गेल और माइकल हस्सी के नाम है। हस्सी ने आईपीएल के 2013 के संस्करण में 733 रन बनाया था, जबकि क्रिस गेल ने 2012 संस्करण में इतने ही यानी 733 रन बनाए थे।
दिल्ली के आईपीएल से बाहर होने की सबसे बड़ी वजह
शानदार खिलाड़ी न होने के बावजूद दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपने पहले सात मैचों में से पांच मैच जीतकर सबको हैरान कर दिया था। कप्तान जहीर खान के साथ-साथ मेंटर राहुल द्रविड़ की काफी तारीफ हो रही थी। लेकिन दिल्ली की टीम अपने आखिरी के सात मैचों में से सिर्फ दो मैचों में जीत हासिल कर पाई और उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। दिल्ली के बल्लेबाज़ों ने काफी निराश किया। सिर्फ डिकॉक को छोड़कर कोई भी खिलाड़ी अच्छी बल्लेबाजी करता नजर नहीं आया। डिकॉक ने 14 मैच खेलते हुए 445 रन बनाए। दिल्ली की गेंदबाजी भी काफी खराब रही। उसकी ओर से कोई भी खिलाड़ी पहले 10 गेंदबाज़ों में स्थान नहीं बना पाया है। दिल्ली ने अपने मैचों में काफी प्रयोग भी किए, जिसका परिणाम उसको भुगतना पड़ा।