
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, हिंदू-मुस्लिम एकता से यह सरकार डरी हुई। जनता पर अपराधी होने का आरोप लगा रही है। गरीब लोगों की संपत्ति को जब्त करना चाह रही है। लोगों के पहनावे पर टिप्पणी कर रही है। नागरिकों से बदला लेने की धमकी दे रही है, लेकिन सरकार यह बताए कि पुलिस की बर्बरता पर कब जांच होगी?।
हिंदू-मुस्लिम एकता से यह डरी हुई सरकार:
-जनता पर अपराधी होने का आरोप लगा रही है
-गरीब लोगों की संपत्ति को ज़ब्त करना चाह रही है
-लोगों के पहनावे पर टिप्पणी दे रही है
-नागरिकों से बदला लेने की धमकी दे रही है
पर सरकार यह बताए कि पुलिस द्वारा फैलाई गई बर्बरता पर कब जाँच होगी? pic.twitter.com/mjap9ItuwI
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 26, 2019
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन लोगों की जान जा रही है, इसका कारण मुख्यमंत्री की भाषा है। ये मुख्यमंत्री के ठोको बोलने का परिणाम है, कई वीडियो आए हैं, जिसमें पुलिस ने नुकसान किया है। बीजेपी सरकार अपने मुद्दे पर विफल है, तभी ऐसा कर रही है।
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वहीं, अखिलेश यादव ने एनपीआर पर कहा कि एनपीआर एनआरसी ही है। जातीय जनगणना कराने में दिक्कत क्यो? एनपीआर में कई ऐसे बिंदु लाए गए हैं, जिनके कागज मिलेंगे ही नहीं। जो काम एनआरसी से नहीं कर पाए वो एनपीआर से कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ये कब आकलन करेगी कि पुलिस ने कितनी तोड़फोड़ कीं बीजेपी पर कोई भरोसा नहीं कर रहा, अब उनकी जाने की तैयारी है।