अन्तर्राष्ट्रीय

100 से ज्यादा अफगानी बच्चों का अमेरिका कर रहा है देखभाल

अफगानिस्तान में तालिबान राज (Taliban Government) आने के बाद अमेरिका ने भले ही ‘नाता’ तोड़ लिया है. बावजूद इसके वो अफगानी बच्चों की देखभाल कर रहा है जो अपने माता-पिता से पिछड़ कर अमेरिका जर्मनी आ गए हैं. दरअसल काबुल (Kabul) पर जब तालिबान ने कब्जा किया था तब हजारों लोग अफगानिस्तान छोड़कर दूसरे देश जाना चाहते थे. वो एयरपोर्ट पर इक्ट्ठा हो गए. क्या बच्चे, क्या बड़े या फिर क्या बुजुर्ग. एयरपोर्ट पूरी तरह भर गया था. कई बच्चे अपने माता-पिता के बिना देश छोड़कर निकल आए थे.

संघीय अधिकारियों ने बताया कि 100 से ज्यादा अफगानी बच्चों का देखभाल किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ये आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. अमेरिका इन बच्चों को इनके माता-पिता से मिलवाने की दिशा में काम कर रहा है.

वहीं जर्मनी में भी अफगान के बच्चे रह रहे हैं. काबुल हवाई अड्डे से अराजक निकासी के दौरान अपने माता-पिता से अलग किए गए अफगान बच्चों के लिए जर्मनी के एक सुदूर हिस्से में एक विशाल अमेरिकी हवाई अड्डा पर उनका अस्थायी घर बनाया गया है. यहां पर उनकी देखभाल की जा रही है. अधिकारी बच्चों को उनके परिवार से मिलवाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.

यहां पर बच्चों के खाने-पीने के अलावा मनोरंज का भी ध्यान रखा जा रहा है. बच्चों के साथ गाने -बजाने का कार्यक्रम किया जाता है. इसके साथ ही उनके साथ गेम भी खेला जा रहा है. वीडियो में आप देख सकते हैं किस तरह अमेरिकी सैनिक बच्चों का ख्याल रख रहे हैं. स्वास्थ्य मानव सेवा विभाग (HHS) ने बताया कि अधिकांश बच्चों को उनके माता-पिता या रिश्तेदार से मिलवा दिया जाएगा. जिनका परिवार यूएस में है. वहीं जिनका परिवार यूएस में नहीं हैं वे तब तक एचएचएस के शरणार्थी पुनर्वास कार्यालय की अभिरक्षा में रहेंगे जब तक कि वे 18 वर्ष के नहीं हो जाते या फिर उनके रिश्तेदार या माता-पिता का पता नहीं चल जाता है.

इधर तालिबान करीब 200 अमेरिकी अन्य नागरिकों को जाने की अनुमति देने पर राजी हो गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि तालिबान अमेरिका के 200 नागरिकों अन्य लोगों को अफगानिस्तान छोड़ने की अनुमति देगा. एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि तालिबान के अधिकारियों ने 200 अमेरिकी नागरिकों अन्य देश के नागरिकों को काबुल हवाई अड्डे से चार्टर फ्लाइटों से अफगान छोड़ने की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है.

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