यूपी चुनाव 2022 को लेकर अमित शाह ने तैयार की रणनीति, बताया 300+ सीटें कैसे जीतेगी
लखनऊ: 2022 में उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा चुनाव होने है, जिसमें अब कुछ ही महीनों का समय शेष बचा हैं। ऐसे में सभी पार्टियां चुनाव में जीत के बड़े-बड़े दावे कर रही हैं। तो वहीं, बीजेपी को जीत दिलाने के लिए चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह भी अब यूपी की जमीन पर उतर गए हैं। बता दें कि यूपी चुनावों के नजदीक आते ही सबकी निगाहें अमित शाह पर टिकी थी। क्योंकि, उनकी रणनीति, उनकी सोशल इंजीनियरिंग, क्षेत्रीय और जातीय दलों के साथ तालमेल जैसे विषय में वो पारंगत हैं।
अमित शाह ने दिया जीत का मंत्र केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मेगा सदस्यता अभियान ‘मेरा परिवार-भाजपा परिवार’ का उद्घाटन किया। इस दौरान शाह ने लखनऊ में आयोजित पार्टी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया। इसके अलावा उन्होंने कई अहम बैठक भी की। बैठकों में शाह ने यूपी चुनाव 2022 में जीत का मंत्र भी बताया। इतना ही नहीं, शाह ने ये भी साफ कर दिया कि फिर 300 प्लस का आंकड़ा छूना है।
300+ का आंकड़ा छूने में नहीं होगी कोई दिक्कत आजतक की खबर के मुताबिक, शाह ने शुक्रवार को एक बड़ी मीटिंग की। मीटिंग में वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक, वर्तमान सांसद, पूर्व सांसद कार्यकर्ता और कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। मीटिंग में यूपी चुनाव को लेकर विस्तार से बात की गई। मीटिंग के दौरान शाह ने यूपी में मजबूत बीजेपी संगठन की जमकर तारीफ की। इस दौरान शाह ने जोर देकर कहा कि अगर बूथ मजबूत रहेगा तो300 प्लस का आंकड़ा छूने में कोई दिक्कत नहीं होगी। उनके मुताबिक, इस मुकाम पर पहुंचने के लिए पूर्व सांसद और विधायकों की बड़ी सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
खत्म हुआ सीएम फेस पर सस्पेंस शाह ने बैठक के बाद सीएम फेस पर चल रहा सस्पेंस भी खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी का सीएम फेस योगी आदित्यनाथ ही रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मोदी भी तभी पीएम बने जब वे यूपी से जीते। यूपी को जो चाहिए वो मांग सकता है। इतना ही नहीं, शाह ने कहा कि 2024 की तैयारी अभी 2022 के चुनाव से शुरू हो रही हैं। ऐसे में मोदी तब तिबारा पीएम बनेंगे, जब 2022 में योगी यूपी के दोबारा सीएम बनेंगे। शाह ने विस्तार से की चर्चा बैठक में शाह ने अपने सुझाव तो नेताओं को दिए ही, इसके अलावा उन्होंने तमाम प्रभारियों के साथ अलग से बैठक भी की। उस बैठक के जरिए शाह ने बीजेपी का रिपोर्ट कार्ड मांगा और हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की। साथ फीडबैक भी लिया गया और भविष्य की रणनीति पर भी मंथन किया।