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एपीजे अब्दुल कलाम जयंती: PM मोदी ने मिसाइल मैन को किया याद, कहा- वे हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे

नई दिल्ली: भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है। एपीजे अब्दुल कलाम की ये 90वें जयंती है। एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर को 1931 में हुआ था। एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती के दिन उनके सम्मान में हर साल 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व छात्र दिवस का उद्देश्य शिक्षा और छात्रों के प्रति कलाम के प्रयासों को स्वीकार करना है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें याद करते हुए सादर नमन किया है। पीएम मोदी ने अपनी कुछ तस्वीरें भी एपीजे अब्दुल कलाम के साथ शेयर की है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”मिसाइल मैन के रूप में विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर सादर नमन। उन्होंने अपना जीवन भारत को सशक्त, समृद्ध और सामर्थ्यवान बनाने में समर्पित कर दिया। देशवासियों के लिए वे हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।” वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उनको याद किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, ”भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन। आत्मनिर्भर और मजबूत राष्ट्र के निर्माण का उनका एक ज्वलंत सपना था। उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।” केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एपीजे अब्दुल कलाम की कही हुई बातें शेयर की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”मैं एक महान विजन, भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के विजन के लिए काम करूंगा और पसीना बहाऊंगा।” ये कोटेशन एपीजे अब्दुल कलाम की है।

इस कोटेशन के बाद पीयूष गोयल ने लिखा, ”मैं अपने पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न और भारत के मिसाइल मैन, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने में प्रत्येक भारतीय के साथ शामिल होता हूं।” ये भी पढ़ें- मिसाइल मैन के बारे में ये 10 बातें, शायद ही जानते होंगे आप विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा, ”जनता के राष्ट्रपति’ भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर याद करें। उनके साथ अपने संबंध को संजोएं। हमारे राष्ट्र के लिए दिया गया उनका योगदान मापा नहीं जा सकता है।”

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