जुमे से पहले अलर्ट के लिए मजिस्ट्रेट तैनात, धर्मगुरुओं से शांति और भाईचारे के लिए अपील
प्रयागराज : अटाला में 10 जून को हुए बवाल के बाद दो जुमा अमन से बीत चुका है लेकिन प्रशासन अलर्ट पर है। फिर बवाल न हो इसके लिए धर्मगुरुओं से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही चौकी स्तर पर मजिस्ट्रेट तैनात कर उन्हें भ्रमणशील रहने को कहा गया है। अटाला में बवाल के बाद बीते दो जुमे से हालात सामान्य है, लेकिन एहतियातन 30 जून को फिर जुमा के मद्देनजर सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। एडीएम सिटी मदन कुमार व सिटी मजिस्ट्रेट गौरव श्रीवास्तव लगातार धर्मगुरुओं के संपर्क में हैं। वहीं सुरक्षा बलों को निर्देश दिया गया है कि अपनी तैनाती स्थल पर रहें। हर घटना पर नजर रखें। विशेषकर नमाज के समय अतिरिक्त सतर्क रहें। इलाके में चौकीवार मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे, जिन्हें लगातार भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी, संजय कुमार खत्री ने कहा कि हालात सामान्य हैं, फिर भी सतर्कता रहेगी। सभी मजिस्ट्रेट मौके पर रहेंगे और निरीक्षण करते रहेंगे। पुलिस बल भी अलर्ट है। हमारी हर गतिविधि पर नजर है। साथ ही उदयपुर में दिल दहला देने वाली घटना के बाद प्रयागराज में चौकसी बरती जा रही है। सबसे ज्यादा निगरानी सोशल मीडिया पर हो रही है। बुधवार को एसएसपी अजय कुमार ने पांच टीमों से सोशल मीडिया की निगरानी कराई। फेसबुक पर टिप्पणी करने, विवादित बयान देने वाले एक दर्जन से अधिक मामलों को संज्ञान में लेकर पूछताछ हुई। फेसबुक आईडी वाले उस शख्स को बुलाकर चेतावनी दी गई। साथ ही पोस्ट डिलीट कराई गई।
एसएसपी ने एएसपी और सीओ को निर्देश दिया कि वह क्षेत्र में खुद गश्त करें और हर छोटी जानकारी भी साझा करें। पुलिस किसी मामले को लेकर भीड़ जुटाने, विरोध प्रदर्शन और जुलूस निकालने पर कार्रवाई की तैयारी में है। एसएसपी का कहना है कि विरोध प्रदर्शन कर माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन पर मुकदमा दर्ज होगा। कोई शांति से ज्ञापन देना चाहे तो दे सकता है। पुलिस टीमों ने बुधवार को कई इलाकों में पैदल मार्च किया। एहतियात के तौर पर प्रयागराज के लिए पैरामिलिट्री और पीएसी की मांग की गई है। एसएसपी के मुताबिक, अतिरिक्त फोर्स लखनऊ से मांगी गई है। पुलिस अलर्ट है।