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एशियाई मुक्केबाजी : संजीत का स्वर्णिम पंच, अमित पंघाल और शिवा थापा हारे

स्पोर्ट्स डेस्क : दुबई में खेली जा रही 2021 एएसबीसी एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में सोमवार को संजीत (91 किग्रा) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए गोल्ड अपने नाम किया.

ये इस चैंपियनशिप में इस वर्ष भारत का दूसरा गोल्ड मैडल है. रविवार को पूजा रानी ने महिला 75 किग्रा वर्ग में अपने खिताब बचाते हुए गोल्ड अपने नाम किया था.

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भारत के लिए जो अहम मैच रहा, उसमें संजीत का फाइनल में सामना रियो ओलंपिक के रजत पदक चैंपियन कजाकिस्तान के वासिली लेविट से हुआ संजीत ने 4-1 से ये मैच जीते हुए लेविट को एशियाई चैंपियनशिप के अपना चौथा गोल्ड मैडल जीतने से रोक दिया.

52 किग्रा में पंघल ने भारत के लिए दिन का पहला मैच खेला था, जिसमें वो ओलंपिक गोल्ड मैडल चैंपियन और मौजूदा विश्व विजेता उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज जोइरोव शाखोबिदीन के सामने थे.

एशियाई खेलों के विजेता टाप सीड पंघल को शाखोबिदीन ने 3-2 से हराया. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने अमित व शाखोबिदीन के बीच हुए मैच के दूसरे राउंड को लेकर आपत्ति दर्ज कराई लेकिन ज्यूरी कमिशन ने उसे नकार दिया. इस तरह विश्व चैंपियनशिप में रजत जीत चुके पंघल को रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

एशियाई चैंपियनशिप में ये उनका तीसरा और पहला रजत पदक है. इससे पहले पंघल ने 2019 में गोल्ड और 2017 में ताशकंद में कांस्य पदक अपने नाम किया था. शिवा थापा (64 किग्रा) एशियाई खेलों के रजत पदक चैंपियन मंगोलिया के बातरसुख चिनजोरिग से 2-3 से हार गये.

हार के बावजूद थापा एशियाई चैंपियनशिप में लगातार पांचवां पदक जीतने में कामयाब रहे. थापा ने 2013 में गोल्ड जीता था. 2015 में बैंकाक में वो कांस्य जीतने में कामयाब रहे थे. इसी तरह 2015 में थापा ने रजत पदक जीता था. 2019 में बैंकाक मे थापा के हिस्से कांस्य आया था.

भारतीय महिलाओं ने बेहतरीन प्रदर्शन से 10 पदक जीते. इसमें पूजा रानी का गोल्ड भी है वही 51 किग्रा वर्ग में एमसी मैरी कोम, 64 किग्रा वर्ग में लालबुतसाही और +81 किग्रा वर्ग में अनुपमा ने रजत पदक जीता.

सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा) और स्वीटी (81 किग्रा) ने कांस्य रदक जीते. पुरुष वर्ग में भारत ने कुल पांच पदक जीते. संजीत के गोल्ड के अलावा पंघल और थापा ने रजत जीता वही विकास कृष्ण (69 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) ने कांस्य जीता.

भारत ने इस चैंपियनशिप में कुल 15 पदक (2 स्वर्ण, 5 रजत, 8 कांस्य) जीते, जो उसका अभी तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है. बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारत ने कुल 15 पदक अपने नाम किए. इसमें दो स्वर्ण, पांच रजत और आठ कांस्य भी हैं.

भारत ने 2019 में बैंकाक एशियाई चैंपियनशिप से शानदार प्रदर्शन किया है, जहां उसने दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक अपने नाम किया था. 2019 में पूजा और अमित पंघल ने गोल्ड जीता था. पूजा तो इस बार गोल्ड जीतने में कामयाब रहीं लेकिन पंघल अपना खिताब बचाने से चूक गये.

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