बुआ-भतीजे को सता रही श्रमिकों की चिंता
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर लॉकडाउन के कारण कामगारों की खराब स्थिति पर चिंता जतायी है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने चिंता के साथ योगी सरकार को यह भी चेताया है कि जो निजी कम्पनियां कर्मचारियों का वेतन काट रही है उन कम्पनियों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।
सपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को मई दिवस के रूप में मजदूर व मेहनतकश वर्ग हर वर्ष धूम से मनाते हैं। परन्तु, वर्तमान कोरोना महामारी व लाॅकडाउन के कारण उनकी रोजी-रोटी पर अभूतपूर्व गहरा संकट छाया हुआ है। ऐसे में केन्द्र व राज्यों की कल्याणकारी सरकार के रूप में भूमिका बहुत ही जरूरी है।
2. इसलिए केन्द्र व राज्य सरकारों से अपील है कि वे करोड़ों गरीब मजदूरों व मेहनतकश परिवार वालों के जीवनदायी हितों की रक्षा में सार्थक कदम उठाएं व उन बड़ी प्राइवेट कम्पनियों का भी संज्ञान लें जो केवल अपना मुनाफा बरकरार रखने के लिए कर्मचारियों की सैलरी में मनमानी कटौती कर रही हैं।
— Mayawati (@Mayawati) May 1, 2020
उन्होंने कहा कि इसलिए केन्द्र व राज्य सरकारों से अपील है कि वे करोड़ों गरीब मजदूरों व मेहनतकश परिवार वालों के जीवनदायी हितों की रक्षा में सार्थक कदम उठाएं व उन बड़ी प्राइवेट कम्पनियों का भी संज्ञान लें जो केवल अपना मुनाफा बरकरार रखने के लिए कर्मचारियों की सैलरी में मनमानी कटौती कर रही हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि इस साल कोरोनाकाल में एक अलग तरह का ‘श्रमिक दिवस’ है। देश के कई राज्यों में मजदूर घरों से दूर बिना काम और पैसे के परेशान हैं। इस वजह से इस साल, इस दिन किसी शुभकामना या बधाई देने का अवसर तो नहीं है परंतु श्रमिक अपनों के पास घर सुरक्षित पहुंच पाएं, ये कामना तो हम कर ही सकते हैं।
इस साल कोरोनाकाल में एक अलग तरह का ‘श्रमिक दिवस’ है. देश के कई राज्यों में मज़दूर घरों से दूर बिना काम और पैसे के परेशान हैं, इस वजह से इस साल, इस दिन किसी शुभकामना या बधाई देने का अवसर तो नहीं है परंतु श्रमिक अपनों के पास घर सुरक्षित पहुँच पाएं, ये कामना तो हम कर ही सकते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 1, 2020