स्पोर्ट्स डेस्क : बेल्जियम पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शूटआउट में मात देकर गोल्ड मेडल जीता. मैच निर्धारित टाइम तक 1-1 की बराबरी पर रहा जिसके बाद बेल्जियम ने शूटआउट में 3-2 से जीत हासिल की. बेल्जियम ने भारत को सेमीफाइनल में मात देकर फाइनल में जगह बनायीं थी.
बेल्जियम की इस जीत में अहम रोल रहा वान औबेल का, जिन्होंने टीम की ओर से पहला गोल किया और शूटआउट में भी जबरदस्त खेल दिखाया. ऑस्ट्रेलिया टीम को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. फाइनल में बेल्जियम ने बेहतरीन शुरुआत की. वान औबेल ने 32वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई.
दोनों टीमों ने एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी. 47वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के विकहम ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया की फाइनल में बेहतरीन वापसी करवाते हुए स्कोर 1-1 से बराबर किया. आखिरी सिटी बजते ही फाइनल मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया. शूटआउट में वान औबेल ने गोल करके बेल्जियम को मैच में ला दिया.
इसके बाद तीन और गोल करके बेल्जियम को मजबूत स्थिति में ला दिया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने भी 2 गोल दागे, वो काफी नहीं थे. बेल्जियम टीम 2016 में दूसरे पायदान पर थी. उसके लिये एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने शूटआउट में टीम को बढ़त दिलाई जिन्होंने टूर्नामेंट में 14 गोल दागे और विन्सेंट वानाश ने ऑस्ट्रेलियाई मिडफील्डर जैकब वेटन के शॉट का शानदार बचाव किया.