दस्तक-विशेष

एक रहेंगे तो नेक रहेंगे! शक्ति,संयम और सूझबूझ ने दिलाई विजय

प्रो.संजय द्विवेदी स्तंभ: भारतीय सैन्य शक्ति, राजनीतिक नेतृत्व के शक्ति, संयम और सूझबूझ से बहुत कम समय में भारत ने…

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ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

भारतीय जन संचार संस्थान(आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी से वरिष्ठ पत्रकार आनंद सिंह की बातचीत प्रो.संजय द्विवेदी, भारतीय जनसंचार…

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वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में मीडिया अग्रणी : बिश्नोई

माउंट आबू: राजस्थान के उद्योग व खेल राज्य मंत्री के.के. विश्नोई ने कहा कि विश्व शांति, जलवायु, पर्यावरण संरक्षण समेत…

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शब्द हिंसा का बेलगाम समय!

जरूरी है मीडिया का भारतीयकरण प्रो.संजय द्विवेदी स्तंभ: यह ‘शब्द हिंसा’ का समय है। बहुत आक्रमक, बहुत बेलगाम। ऐसा लगता…

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सोशल मीडिया लोकप्रिय पर भरोसेमंद हैं अखबार : प्रो. संजय द्विवेदी

आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक का आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर में विशेष संवाद भोपाल, 24 अप्रैल। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के…

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लोकल से ग्लोबल हुआ गुड़

गुड़ अपने स्वाद और सेहत के लिए फायदेमंद होने के कारण लोकल से ग्लोबल बन चुका है। भारत दुनिया का…

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यूपी : जातीय संतुलन की सियासत

एक जमाना था जब भारतीय जनता पार्टी ‘बाभन-बनियों’ की पार्टी मानी जाती थी। बीजेपी की छवि तोड़ने के लिए पहली…

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योगी सरकार के आठ साल : बीमारू राज्य का हुआ इलाज

योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री आठ साल पूरे कर लिए हैं। वे यूपी के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो लगातार…

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कश्मीर : छंट गए खौफ के बादल

कश्मीर से भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 हटे छह साल होने जा रहे हैं। वादी में अब शांति है। खौफ…

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पत्रकारिता के माध्यम से बाबा साहेब ने की वैचारिक क्रांति: प्रो.संजय द्विवेदी

भोपाल, 14 अप्रैल। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है सामाजिक परिवर्तन के लिए…

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हिन्दू प्रतीकों पर हमला सपा की नई रणनीति

औरंगजेब जैसे आक्रांताओं का महिमा मंडन, वीर योद्धा राणा सांगा का अपमान, हिंदुओं के आस्था के केन्द्र महाकुंभ और गोशालाओं…

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टुच्चे लोग इतिहास का कर रहे इस्तेमाल

–भगवान सिंह सवाल महाराणा सांगा का हो या औरंगजेब का ये सब इतिहास के सवाल नहीं हैं, ये आज के…

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बाबर ने लिखा, ‘काफिर राणा ने कोई मदद नहीं की’

हिंदुस्तान के इतिहास में मेवाड़ के राजा महाराणा कुंभा के वंशज और राणा सांगा के नाम से मशहूर महाराणा संग्राम…

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उत्तराखंड में चल पड़ी तरक्की की बुलेट ट्रेन

पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने 23 मार्च 2022 को अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की थी।…

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लाजवाब केमिस्ट्री से चमकी उत्तराखंड की किस्मत

दस्तक ब्यूरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बेहतरीन आपसी राजनीतिक समझ और दूरदृष्टि ने उत्तराखंड की…

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चीन सीमा से जुड़े गांव फिर होंगे गुलजार

बीते महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1962 के दौरान भारत-चीन युद्ध में खाली हुए गांवों को फिर से बसाने की…

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बेस्ट ऑफ बस्ती अवार्ड्स से सम्मानित हुए प्रो.संजय द्विवेदी

पूर्व मुख्यमंत्री जगदम्बिका पाल ने किया सम्मान भोपाल,11 अप्रैल। वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया शिक्षक प्रो.संजय द्विवेदी को उनके गृहनगर बस्ती…

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गरचे टेलीफोन न बनता तो कैसा आलम होता ?

के. विक्रम राव स्तंभ: सोचिए यदि टेलीफोन न होता तो ? दुनिया दूरियों में खो जाती। पृथकता गहराती। फासले लंबाते।…

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International Relation : धंधे में कोई दोस्ती नहीं!

मशहूर उक्ति है- ‘राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता। केवल स्वार्थ ही स्थायी होता है।’ अंतरराष्ट्रीय संबंधों…

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Jharkhand : जयराम महतो- सियासी खेल का नया टाइगर!

झारखंड की विधानसभा में नंगे पांव आने वाले लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के मुखिया जयराम महतो झारखंड की सियासत में हमेशा…

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Bihar : मखाना कारोबार बदलेगी किसानों की तकदीर!

इस आम बजट में भारत सरकार ने मखाना किसानों के लिए बिहार में मखाना विकास बोर्ड की स्थापना करने की…

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हास्य व्यंग : लठैत कक्का के कुंवारे गाल…

–पंकज प्रसून लम्पटगंज गांव के लठैत कक्का ऐसे शख्स थे जिनके गाल निपट कुंवारे थे। होली के जाने कितने त्योहार…

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एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित हुए मीडिया सितारे

अशोक श्रीवास्तव और शोभना यादव को बेस्ट एंकरिंग अवार्ड नई दिल्ली। मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दिल्ली के प्यारेलाल आडिटोरियम…

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64वीं पुण्यतिथि पर विशेष: संपादकाचार्य श्री के. रामा राव जिनकी कलम ही तलवार थी !

के. विक्रम राव स्तंभ: प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव…

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सरस्वती : एक खोई हुई नदी की कहानी

नदी का बदलना संस्कृतियों को बदल देता है। विहंगम इसी बदलाव को समझने की एक छोटी-सी कोशिश है। गंगापथ पर…

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अरविन्द केजरीवाल का अहंकार आप को ले डूबा

आम आदमी पार्टी का अब क्या होगा? दिल्ली में तीन बार की आम अदमी पार्टी का इस बार पतन हो…

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चुनावी मशीनरी की ओवरहालिंग : जीत का मंत्र

लोकसभा चुनाव के नतीजों से भारतीय जनता पार्टी को बेशक एक सदमा लगा था। 400 पार के जुमले का विपक्ष…

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Delhi : सबको देखा, आ गई रेखा

दस्तक ब्यूरो उस दिन जब शालीमार बाग में रेखा गुप्ता के घर के बाहर ‘सबको देखा, आ गई रेखा’ का…

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