के. विक्रम राव स्तंभ: सोचिए यदि टेलीफोन न होता तो ? दुनिया दूरियों में खो जाती। पृथकता गहराती। फासले लंबाते।…
Read More »दस्तक-विशेष
मशहूर उक्ति है- ‘राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता। केवल स्वार्थ ही स्थायी होता है।’ अंतरराष्ट्रीय संबंधों…
Read More »झारखंड की विधानसभा में नंगे पांव आने वाले लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के मुखिया जयराम महतो झारखंड की सियासत में हमेशा…
Read More »इस आम बजट में भारत सरकार ने मखाना किसानों के लिए बिहार में मखाना विकास बोर्ड की स्थापना करने की…
Read More »–पंकज प्रसून लम्पटगंज गांव के लठैत कक्का ऐसे शख्स थे जिनके गाल निपट कुंवारे थे। होली के जाने कितने त्योहार…
Read More »अशोक श्रीवास्तव और शोभना यादव को बेस्ट एंकरिंग अवार्ड नई दिल्ली। मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दिल्ली के प्यारेलाल आडिटोरियम…
Read More »के. विक्रम राव स्तंभ: प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव…
Read More »नदी का बदलना संस्कृतियों को बदल देता है। विहंगम इसी बदलाव को समझने की एक छोटी-सी कोशिश है। गंगापथ पर…
Read More »आम आदमी पार्टी का अब क्या होगा? दिल्ली में तीन बार की आम अदमी पार्टी का इस बार पतन हो…
Read More »लोकसभा चुनाव के नतीजों से भारतीय जनता पार्टी को बेशक एक सदमा लगा था। 400 पार के जुमले का विपक्ष…
Read More »दस्तक ब्यूरो उस दिन जब शालीमार बाग में रेखा गुप्ता के घर के बाहर ‘सबको देखा, आ गई रेखा’ का…
Read More »पूरे भारत पर भगवा रंग चढ़ने लगा है। दिल्ली जीत के साथ देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों…
Read More »गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में शामिल हुए तीन नए रिकार्ड, सफाईकर्मी हुए सम्मानित संगम की रेती पर महाकुंभ का मेला…
Read More »पैंतालिस दिन और हर रोज करोड़ों की भीड़ यानी करोड़ों ग्राहक। महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन गया। प्रयागराज,…
Read More »इतिहास के सबसे प्रसिद्ध बल्गेरियाई रहस्यवादियों में से एक, बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की है कि 2025 में दुनिया के…
Read More »सख्त फैसले लेने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भू-कानून में क्रान्तिकारी बदलाव किए हैं। इसके हिसाब से…
Read More »‘सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’ विषय पर संवाद भोपाल। भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक…
Read More »शिक्षा और भावी भारत पर केंद्रित है संवाद भोपाल। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार के साथ…
Read More »बलिया। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा है कि इक्कीसवी सदी में युवाओं का भाग्य शिक्षा ही बदल सकती है।…
Read More »देश के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रबींद्रनाथ टैगोर के दादा द्वारकानाथ टैगोर इतने बड़े ज़मींदार थे कि जब वे लंदन…
Read More »नंदिका मिश्रा रणवीर इलाहाबादिया विवाद ने यूट्यूब के सारे जोकरों की नींद उड़ा दी है। भारत में हास्य कलाकारों को…
Read More »21वीं सदी के महाकुंभ में दो मेले सजे हैं। एक संगम की मीलों तक फैली पवित्र रेती पर और दूसरा…
Read More »7वीं शताब्दी में मथुरा और कन्नौज के राजा हर्षवर्धन हर पांचवें साल प्रयाग के माघ मेले में आते और अपना…
Read More »–बृजेश शुक्ल दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में डिग्रियों और सुंदरता में साधुत्व को खोजा जा रहा है,…
Read More »साल 2025 का महाकुंभ इस मायने में अनूठा है कि यह 144 वर्षो के बाद लगा है। इस गणना को…
Read More »प्रयाग की धरती पर दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा मेला सजा हुआ है। ठीक वैसा आयोजन जिसकी परिकल्पना…
Read More »यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब है कि देश में रहने वाले सभी नागरिकों यानी हर धर्म, जाति, लिंग के लोगों…
Read More »उत्तराखंड ने आखिरकार समान नागरिक संहिता को अपनाकर संविधान के अनुच्छेद 44 के सपने को साकार कर दिया। यह वह…
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