मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के साथ मिलेंगी चिकित्सा-विशेषज्ञों की सेवाएँ : मुख्यमंत्री चौहान
मंदसौर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर जिले में केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त अंशदान से 270 करोड़ 59 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले मेडिकल कॉलेज का भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक संसदीय क्षेत्र में 3 मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। यह मेडिकल कॉलेज क्षेत्र के लिए वरदान साबित होंगे। इन मेडिकल कॉलेजों में श्रेष्ठ डॉक्टरों की टीम द्वारा उपचार किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज को बनाने के लिए तीन अलग-अलग जगह पर 73 हजार वर्ग मीटर से अधिक जमीन का चयन किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहर में स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ावा देने के लिए मेडिकल कॉलेज मील का पत्थर साबित होगा। आगामी 3 वर्ष में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद जिले के नागरिकों को इलाज के लिए उदयपुर, अहमदाबाद, इंदौर जैसे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। जिले की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलेंगी। मेडिकल कॉलेज में ट्रामा सेंटर, न्यूरो एक्सपर्ट की व्यवास्था भी होगी, जिससे नागरिकों को कम से कम खर्च में बेहतर उपचार मिल सकेगा। साथ ही शहर में आर्थिक गतिविधियाँ तेजी से बढ़ेंगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पशुपतिनाथ की नगरी में शिवना नदी के शुद्धिकरण का अभियान चलया जाएगा। इसके लिए कार्य-योजना बनाकर राशि भी उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने इस पुनीत कार्य में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री ने की ई-रिक्शा की सवारी
मुख्यमंत्री चौहान ने गनेड़ीवाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रदान किए गए 50 ई-रिक्शा जरूरतमंद महिलाओं को प्रदान किये। साथ ही आरटीओ विभाग द्वारा तैयार किए गए लाइसेंस एवं बीमा संबंधी दस्तावेज महिलाओं को सौंपे। मुख्यमंत्री चौहान जन-प्रतिनिधियों के साथ ई-रिक्शा की सवारी कर मंच तक पहुँचे। स्व-रोजगार के लिए महिलाओं को उपलब्ध कराये गये ऑटो ई-रिक्शा का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्रस्ट की इस पहल की सराहना की।
माँ के चरणों में सब प्रणाम करें, माँ से बड़ी कोई दौलत नहीं
मुख्यमंत्री चौहान ने सभी को मदर्स-डे की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि माँ के चरणों में सब प्रणाम करें। माँ से बड़ी कोई दौलत नहीं है। जब कोई वृद्धाश्रम खोलने की बात करता है तो मुझे बहुत तकलीफ होती हैं। यह पश्चिमी सभ्यता की देन है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कानून बना दिया गया है कि सक्षम होते हुए भी जो लोग माता-पिता की सेवा और देखभाल नहीं करते हैं, उन पर जुर्माने के साथ जेल भेजने का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटा-बेटियों में कोई भेदभाव न करें। सबको आगे बढ़ने का समान अधिकार दें। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण का अभियान चलाया जा रहा है। पोषण आहार बनाने का कार्य अब ठेकेदार नहीं करेंगे, उनके स्थान पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पोषण आहार निर्माण के लिए 8 फैक्ट्री खोली हैं। इनका संचालन भी महिला समूह कर रही हैं। मुख्यमंत्री कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए उन्हें राशन वितरण, फसल खरीदी के साथ स्कूलों के गणवेश तैयार करने का कार्य दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ी तादाद में महिला समूहों द्वारा स्थानीय उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं। उनके उत्पादों को मार्केट उपलब्ध कराने का कार्य भी राज्य सरकार कर रही है।
मुख्यमंत्री को भेंट की लहसुन की चटनी और अचार
मुख्यमंत्री चौहान को स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने लहसुन की चटनी और अचार भेंट किया। उल्लेखनीय है कि “एक जिला-एक उत्पाद” में मंदसौर जिले में लहसुन का चयन किया गया है। इससे महिला समूह विभिन्न उत्पाद स्थानीय स्तर पर तैयार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने महिलाओं के द्वारा तैयार उत्पादों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे भेंट किये गये लहसुन के अचार और चटनी मैं अपने पास रखूंगा और इसका प्रचार भी करूंगा।
दलोदा को नगर पंचायत बनाया जाएगा
मुख्यमंत्री चौहान ने ग्राम पंचायत दलोदा को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मंदसौर का गौरव दिवस हर वर्ष 8 दिसंबर को मनाया जाएगा। इसी दिन सम्राट यशोधर्मन ने हूणो पर विजय प्राप्त की थी। कार्यक्रम में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बिजली चलित सिलाई मशीन और माटी कला का काम करने वाले कुंभकार को इलेक्ट्रॉनिक शेला चाक प्रदान किया गया। पाकिस्तान से आकर भारत की नागरिकता प्राप्त करने वाले 5 लोगों ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन से किया। सांसद सुधीर गुप्ता और विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने भी संबोधित किया। इस दौरान वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, पूर्व मंत्री कैलाश चावला सहित विधायक, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।