अन्तर्राष्ट्रीय

चीन ने किया नेपाल की जमीन पर कब्जा, कंटीले तार लगाकर ग्रामीणों का रोका रास्ता

काठमांडू : दूसरे देशों की जमीनें हड़पने की कोशिशों से चीन बाज नहीं आ रहा है। अब वह नेपाल की जमीन हथियाने के लिए लगातार अवैध अतिक्रमण कर रहा है। ऐसी सूचना मिली है कि चीन ने जमीन कब्जा करने के लिए नेपाल की जानकारी के बगैर सीमा पर कंटीले तार लगा दिए हैं।

कंटीले तार लगाकर कर रहा घेराबंदी
चीन ने तीन साल पहले भी नेपाल में ऐसी हरकत की थी जब उसने गोरखा जिले के रूइला में जिस जगह पर सैन्य ठिकाने बना लिए थे। अब चीन उसी इलाके में कंटीले तार लगाकर घेराबंदी कर रहा है। दरअसल हिमालयी इलाके में अभी तक नेपाल और चीन के बीच बॉर्डर तय नहीं हो पाया है। इससे दोनों देशों के बीच वास्तविक सीमा रेखा का पता नहीं चल पाता है। चीन इसी का फायदा उठाकर धीरे धीरे नेपाल के अंदरूनी भागों में घुसपैठ कर वहां कंटीले तार से अपनी सीमा खींच रहा है। चीन के इस कदम के खिलाफ नेपाली लोग लगातार विरोध कर रहे है, लेकिन सरकारी अधिकारी फिलहाल घटना से अंजान बने हुए हैं। नेपाल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रीता धिताल के मुताबिक बॉर्डर पर किसी तरह का डेवलपमेंट करने से पहले दोनों देशों की इजाजत जरूरी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में अब तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि स्थानीय लोगों का दावा है कि चीन ने नेपाली जमीन पर कंटीले तार लगा दिए हैं औऱ लोगों के उस पार जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

रिश्तेदारों से नहीं मिल पा रहे गांववाले
स्थानीय लोगों का कहना है कि चीन ने रूइला और सामदा गांवों के बीच यह सीमा खींची है। उनका कहना है कि तीन साल से नेपाली नागरिकों को सामदा गांव की तरफ जाने से रोका जा रहा है। वे दूसरे गांव में बसे अपने रिश्तेदारों से नहीं मिल पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि अब चीनी सैनिकों ने यहां पर सुरक्षा बढ़ा दी है। वे यहां 24 घंटे तैनात रहते हैं और सीसीटीवी की मदद से यहां की निगरानी कर रहे हैं। यदि कोई इस इलाके में जाता है तो वे फौरन सीसीटीवी की मदद से उसे देख लेते हैं और तुरंत पहुंचकर वहां से भगा देते हैं।

बतादें कि चार महीने पहले नेपाल सरकार की एक सीक्रेट रिपोर्ट लीक हो गई थी। इसमें बताया गया है कि कैसे चीन नेपाल के दो सरहदी इलाकों पर कब्जा कर रहा है। लीक रिपोर्ट के अनुसार- चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेपाल के दो सरहदी इलाकों में घुसपैठ कर वहां अपना इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है।

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