लद्दाख: जम्मू कश्मीर में भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को लेकर जिस तरह सीमा विवाद रहा है उसको देखते हुए भारतीय सेना का आधुनिकीकरण करना जरूरी हो गया है। मोदी सरकार ने अब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर मॉडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करना शुरू कर दिया है जिससे सेना को हरसंभव मदद मिले और उसका मनोबल ऊंचा रहे। सड़क , राजमार्ग , सुरंग , पुलों और हवाई पट्टी के मजबूत नेटवर्क का विकास भारत चीन सीमा पर भारत द्वारा किया जा रहा है।
इसी कड़ी में हाल ही में भारतीय सेना ने लद्दाख सेक्टर में सिंधु नदी पर पुल बनाया है जिससे चीन की नापाक इरादे का मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना दे पायेगी। भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स ने लद्दाख सेक्टर में सिंधु नदी पर जो पुल तैयार किया है, उसमें सेना की गाड़ियां फर्राटा दौड़ रही हैं। सेना के भारी से भारी वाहन उस पुल पर आसानी से आना-जाना कर पा रही हैं।
गौरतलब है कि लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग इलाके से भारतीय और चीनी सेना के पीछे हटना शुरू करने के दो दिन बाद थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में समग्र सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा की। सेना प्रमुख मनोज पांडे ने लद्दाख के दो दिवसीय दौरे में भारतीय सेना की ताकत अपाचे हेलीकॉप्टर में उड़ान भरी। इस दौरान उन्हें अपाचे हेलिकॉप्टर की विशेषताओं से परिचित कराया गया और इसकी क्षमताओं तथा भूमिकाओं के बारे में जानकारी दी गई।