उत्तराखंड

सीएम धामी ने राधा रतूड़ी को सौंपे 4 बड़े मिशन, पहले दिन से फुल एक्शन

दस्तक ब्यूरो, देहरादून। युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राधा रतूड़ी को मुख्य सचिव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपना खास मिशन का हिस्सा है। हर मंच पर उत्तराखंडियत की बात करने वाले सीएम पुष्कर सिंह धामी अब उत्तराखंडियत से जुड़े हर मुद्दे को अंजाम तक पहुंचाना चाहते हैं। उत्तराखंडियत व लोक कल्याण से जुड़े 4 बड़े संकल्प ऐसे हैं, जो सीएम धामी की प्राथमिकता में हैं और इन्हें पूरा करने में सीएम देरी करने के पक्ष में कतई नहीं हैं।
यही कारण है कि एक फरवरी से शासन की कमान मिलते ही नई मुख्य सचिव राधा रतूड़ी फुल एक्शन में नजर आ रही हैं। पहले दिन से ही राधा रतूड़ी ने कई बड़े फैसले लेकर जता दिया कि वह अपने मिशन को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ने वाली। आइए जानते हैं ऐसे ही 4 सकल्पों के बारे में..

पहला संकल्प- महिला स्वास्थ्य एवं सुरक्षा
सीएम धामी ने उत्तराखंड को पहली महिला मुख्य सचिव सौंपी तो इसकी सुखद तस्वीर भी देखने को मिली। पहले दिन राधा रतूड़ी ने सभी जिलों के डीएम के साथ बड़ी बैठक की और पर्वतीय जिलों में गर्भवती महिलाओं की होने वाली मौतों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी जिले में गर्भावस्था के दौरान महिला की मौत होती है तो उसका डेथ ऑडिट कराया जाए। यदि मौत के लिए सरकारी विभाग जिम्मेदार होता है तो सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही पर्वतीय जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के भी सख्त निर्देश दिए हैं।

दूसरा संकल्प- यूसीसी
दूसरे दिन शुक्रवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ यूसीसी ड्राफ्ट कमेटी से फाइनल ड्राफ्ट प्राप्त किया। इसके बाद ही राधा रतूड़ी फाइनल ड्राफ्ट के अध्ययन में जुट गईं और अगले दो-तीन दिनों में सीएम धामी को सौंप देंगी। इसके बाद सीएम धामी 6 फरवरी को यूसीसी विधेयक को विधानसभा में पेश करेंगे। यूसीसी कानून को लागू करना भी चुनौती रहेगा। राधा रतूड़ी को प्रदेश में सभी वर्ग, समुदाय विशेष के लोगों में यूसीसी के प्रति विश्वास बनाकर रखना होगा।

तीसरा संकल्प- सख्त भू-कानून
तीसरा संकल्प है सख्त भू-कानून। यूसीसी लागू होने के बाद राधा रतूड़ी पर सख्त भू-कानून का फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने का दारोमदार होगा, क्योंकि उत्तराखंड को सख्त भू-कानून सौंपना भी सीएम धामी का संकल्प है। खास बात ये भी कि सीएम धामी ने पूर्व में भू-कानून का ड्राफ्ट तैयार करने की जिम्मेदारी भी राधा रतूड़ी को ही सौंपी थी। ऐसे में इस मुद्दे से राधा रतूड़ी पहले से ही जुड़ी रही हैं तो उनके लिए आगे बढ़ना ज्यादा कठिन भी नहीं रहेगा।

चौथा संकल्प- पारदर्शी शासन
चौथा है पारदर्शी शासन। राधा रतूड़ी को बेहद ईमानदार, कर्मठ व साधारण जीवनशैली वाली महिला अधिकारी के रूप में जाना जाता है। राधा रतूड़ी अपनी सेवाओं के दौरान अनेक अवसरों पर ऐसे प्रयास करती दिखीं हैं, जिससे आमजन के मन में शासन व सरकार के प्रति विश्वास बढ़े। संभावना है कि आने वाले दिनों में वे सरकारी व्यवस्थाओं को पारदर्शी बनाने व आमजन की सुनवाई सुनिश्चित करने की दिशा में बड़े कदम ले सकती हैं। वे शासन व विभागों में लापरवाह व भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अधिकारियों पर भी सख्त रूख अपना सकती हैं। बता दें कि सीएम धामी शुरू से ही पारदर्शी शासन हेतु समर्पित रहे हैं। इस दिशा में बीते दिनों सीएम ने सूचना का अधिकार सेवा को भी ऑनलाइन करके बड़ा कदम उठाया है।
जाहिर है कि राधा रतूड़ी के शुरुआती दिनों में रूख को देखते हुए संभावना है कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड में महिला स्वास्थ्य-सुरक्षा, यूसीसी, भू-कानून व पारदर्शी शासन आदि मुख्य प्राथमिकता में रहने वाले हैं। सीएम धामी के इन संकल्पों को पूरा करने में राधा रतूड़ी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आने वाली हैं।

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