हरिद्वार में मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने अनशन पर बैठी साध्वी पद्मावती को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराने के मामले में नाराजगी जताई है। शनिवार को उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देहरादून की सीएमओ डॉ मीनाक्षी जोशी व डॉ विजय सिंह भंडारी को मानहानि का 100 करोड़ रुपए का नोटिस जारी करेगा। दोनों से एक सप्ताह में जवाब मांगा जाएगा। उन्होंने सीएमओ और साध्वी का इलाज करने वाले डॉक्टरों पर साध्वी के चरित्र पर सवाल उठाने का आरोप लगाया। इसके साथ उन्होंने कहा कि इस मामले को राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक ले जाया जाएगा। उधर सीएमओ डॉक्टर मीनाक्षी जोशी का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। साध्वी के सभी जरूरी टेस्ट कराएग गए थे। किसी भी डॉक्टर ने साध्वी के चरित्र पर सवाल नहीं उठाया है।
स्वामी शिवानंद ने बताया कि नोटिस तैयार कर लिया गया है। इसमें कहा गया है कि सीएमओ व डॉक्टर बताएं कि उन्होंने किस आधार पर साध्वी पद्मावती के चरित्र पर सवाल उठाए और किस-किस के कहने पर उन्हें वहां से उठाने का षड्यंत्र रचा था। कहा कि सीएमओ और डॉक्टर को मातृसदन आश्रम पहुंचकर साध्वी से माफी मांगनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो मातृ सदन कोर्ट में दोनों पर 100 करोड़ रुपए की मानहानि का वाद दायर कर देगा।
सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस घटनाक्रम को लेकर सुप्रीम कोर्ट से लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया जाएगा। उन्होंने दून हॉस्पिटल को भी पत्र भेजकर साध्वी पद्मावती के भर्ती होने के दौरान के सभी सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने की बात कही है। जिससे वक्त पड़ने पर फुटेज मांग कर आगे की कार्रवाई की जा सके।
शुक्रवार को दून अस्पताल से हुईं थी डिस्चार्ज
मातृदसन की साध्वी पद्मावती ने हरिद्वार जिला प्रशासन पर गुरुवार देर रात अपहरण कर उन्हें दून अस्पताल में भर्ती कराने का आरोप लगाया था। साध्वी का कहना था कि प्रशासन, पुलिस और डॉक्टर मिलकर उन्हें जहर देकर मारना चाहते हैं। इस बीच साध्वी की स्वास्थ्य जांच और उन्हें रेफर करने को लेकर पूरे दिन हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य ठीक बताया तो उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। देर शाम डीएम के आदेश पर प्रशासन और डॉक्टरों की टीम साध्वी को लेकर मातृसदन हरिद्वार रवाना हो गई थीं।
हरिद्वार पहुंचकर स्वामी शिवानंद ने कहा कि जिस दमनात्मक तरीके से प्रशासन ने मातृसदन में घुसकर साध्वी पद्मावती को उठाया और अस्पताल में भर्ती कराया वह निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक डॉक्टर ने उनके चरित्र पर भी सवाल उठाया। वहीं, मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने आरोप लगाया कि उसी डॉक्टर ने पूरा षड्यंत्र रचा है। उसके खिलाफ 100 करोड़ रुपये की मानहानि का केस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पद्मावती की फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की गई। एक ही दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज होना इसका सबूत है।