
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शीतलहर एक बार फिर वापस लौट आई है। सोमवार को दिल्ली के दो इलाकों में शीतलहर की स्थिति देखी गई। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान न केवल ठंड बढ़ेगी, बल्कि कोहरा, स्मॉग और प्रदूषण भी लोगों की परेशानी बढ़ाएंगे। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में ठंड का असर साफ दिखाई दे रहा है।
ठंड और कोहरे का असर
दिल्ली में सोमवार को ठंड ने जोर पकड़ लिया। सुबह के समय ठिठुरन की स्थिति थी, लेकिन धूप आने के बाद कुछ राहत मिली। सोमवार को आया नगर और पूसा इलाके में शीतलहर का असर देखा गया। दिल्ली का अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम था। हवा में नमी का स्तर 41 से 100 प्रतिशत के बीच था।
स्मॉग और कोहरा
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार (17 दिसंबर) को सुबह के समय स्मॉग के साथ मध्यम दर्जे का कोहरा रह सकता है। कुछ जगहों पर शीतलहर की स्थिति भी बनेगी। इस दिन का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के आसपास रह सकता है। 18 दिसंबर को भी स्मॉग और कोहरे की संभावना है। साथ ही शीतलहर की स्थिति भी बनी रह सकती है। अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक रह सकता है। 19 से 22 दिसंबर तक स्मॉग और हल्के से मध्यम कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री के बीच रह सकता है।
ठंड के कारण तापमान में गिरावट
इस वर्ष दिसंबर के पहले हफ्ते में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश और बर्फबारी हुई थी, जिसके बाद दिल्ली समेत उत्तर भारत के विभिन्न इलाकों में तापमान में भारी गिरावट आई है। जैसे-जैसे यह पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) आगे बढ़ा पहाड़ों से ठंडी हवाएं उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के इलाकों में फैलने लगीं, जिससे ठंड बढ़ गई है।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
सुबह और शाम के समय बाहर जाने से बचें। अगर जरूरी हो तो घर के अंदर या जिम में एक्सरसाइज करें।
अस्थमा के मरीज अपनी दवाइयां साथ रखें।
बाहर अधिक समय न बिताएं। अगर जॉगिंग करने जाएं तो शॉर्ट वॉक करें और बीच-बीच में ब्रेक लें।
घर के अंदर की खिड़कियां बंद रखें, ताकि प्रदूषण न फैले।
घर में लकड़ी, मोमबत्ती, अगरबत्ती या धूप का इस्तेमाल न करें।
घर के फर्श को साफ करने के लिए झाड़ू की बजाय पोछा लगाएं, ताकि धूल न उड़ें।
घर से बाहर जाते समय एन-95 मास्क या पी-100 रेस्पिरेटर पहनें।
शीतलहर से बचाव के उपाय
गर्म कपड़े पहनें और सिर, गर्दन, हाथ और पैरों को ढककर रखें।
एक भारी कपड़े की बजाय कई हल्के और गर्म कपड़े पहनें, ताकि ठंड से बचाव बेहतर हो सके।
विटामिन सी वाले फल और सब्जियां खाएं, जो शरीर को गर्म रखने में मदद करें।
गर्म पानी पीने की आदत डालें।
बाहर कम से कम निकलें और अगर जरूरी हो तो अच्छे से ढककर बाहर जाएं।
अगर स्किन पर खुजली हो रही है, तो हल्के गर्म पानी से सिकाई करें।
हीटर का इस्तेमाल करते समय कमरे में अच्छी वेंटिलेशन रखें, ताकि हवा की आवाजाही बनी रहे।