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पीड़ितों के परिजनों से मिलेगी कांग्रेस टीम, TMC ने गृह मंत्री अमित शाह से मांगा वक्त

Nagaland Firing Case: कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले हफ्ते शनिवार को नागालैंड के मोन जिले (Mon district) में सशस्त्र बलों की ओर से की गई फायरिंग में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने के लिए शनिवार (11 दिसंबर) को राज्य का दौरा करेगा. टीएमसी ने अमित शाह से बुधवार को मिलने के लिए वक्त मांगा है.

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ओर से यह जानकारी साझा की गई. पहले यह जानकारी आई थी कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागालैंड का दौरा करने और नागरिकों की मौत पर एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट देने के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया था. गोगोई के अलावा, टीम में पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह, अजय कुमार और एंटो एंटनी शामिल होंगे.

AFSPA पर रुख साफ करे केंद्रः TMC
इस बीच, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पार्टी बुधवार को संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर पीड़ितों के परिवारों को मुआवजे की मांग वाला एक ज्ञापन सौंपेगी. बंगाल में सत्तारुढ़ टीएमसी ने केंद्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) पर अपना रुख स्पष्ट करने को भी कहा है.

इससे पहले आज दिन में, नेफ्यू रियो की अगुवाई में नागालैंड कैबिनेट ने विवादास्पद अधिनियम को निरस्त करने की मांग करने का फैसला किया, जो सशस्त्र बलों को दंड से मुक्ति के साथ काम करने की अनुमति देता है.

खदान मजदूरों को समझ लिया विद्रोही
घटना की शुरुआत में सेना की ओर से हुई फायरिंग में 6 आम नागरिक तब मारे गए, जब सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदानकर्मियों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित विद्रोही समझ लिया.

इस बीच जब ये मजदूर अपने घरों तक नहीं पहुंचे तो स्थानीय ग्रामीण उनकी तलाश में निकल पड़े और सेना के वाहनों को घेर लिया. इसके बाद दोनों के बीच हुए संघर्ष में एक सैनिक की मौत हो गई और लोगों की ओर से सेना के गाड़ियों में आग लगा दी गई.

सैनिकों का कहना है कि उन्होंने आत्मरक्षा में गोलीबारी की जिसमें 7 अन्य नागरिकों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा था कि हिंसा रविवार दोपहर तक फैल गई जब गुस्साई भीड़ ने क्षेत्र में कोन्याक यूनियन (Konyak Union) और असम राइफल्स कैंप (Assam Rifles camp) के ऑफिसों में तोड़फोड़ की, तथा कैंप के कुछ हिस्सों में आग लगा दी.

ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होः अमित शाह
हिंसक झड़प में कम से कम एक और व्यक्ति की मौत हो गई, क्योंकि सुरक्षा बलों ने हमलावरों पर गोलीबारी की. नागालैंड पुलिस ने सेना के 21वें पैरा स्पेशल फोर्स के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है.

सेना ने नागालैंड की घटना में मेजर जनरल रैंक के एक अधिकारी की अगुवाई में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है. नागालैंड गोलीबारी की घटना पर खेद व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि एसआईटी द्वारा जांच एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी और यह भी कहा कि सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करते समय ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

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