खजूर का इस्तेमाल करना सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है,यह हम नहीं कह रहें हैं बल्कि मेडिकल साइंस में साबित हो चुका हैं।इसका सेवन करने से हमारे शरीर में प्रचुर मात्रा में अनेक प्रकार के तत्व पाएं जाते हैं,जो कई प्रकार के रोगों को दूर करता हैं।
खजूर में पोटाशियम, कैलशियम, मैग्नीशियम और कॉपर पाया जाता है. फाइबर की मौजूदगी शरीर के कोलेस्ट्रोल को खारिज कर कब्ज को दूर करती है. इसके अंदर मौजूद Tannin शरीर के जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है. Tannin बैक्टीरिया मारने की क्षमता रखता है. B- Carotene, Lutein, Zea-Xanthin जैसे रसायन के पाए जाने से खजूर आंखों की रोशनी के लिए बहुत कारगर है. ये तत्व एंटी ऑक्सीडेंट का भी निर्माण करते हैं. इसके अलावा खजूर में लोहा के होने से एनीमिया के मरीज के लिए मुफीद साबित होता है. खजूर में फाइबर आंतों को बैक्टीरिया से साफ करने के साथ पेट के कीड़े मारता है. इसके लिए खजूर को रात में भिगोकर सुबह पानी समेत खाना पेट के लिए मुफीद साबित होता है।
दुबले, पतले और कम वजन शख्स के लिए भी खजूर का इस्तेमाल कारगर नुस्खा है. हालांकि विशेषज्ञ खजूर खाने के प्रति चंद सावधानी बरतने की सलाह देते हैं-जैसे खजूर के साथ किशमिश या मुनक्का ना खाया जाए. एक वक्त में 5-6 दाने से ज्यादा खजूर खाने से बचें. खजूर के साथ तरबूज खाना गर्मी में अच्छा माना जाता है. अजवा खजूर सुबह 7 दाना खाली पेट खाने से बेचैनी, सिर दर्द, पेट, जिगर की बीमारी, घबराहट में फायदेमंद साबित होता है. एशिया के मुल्कों में हजारों साल से खजूर का इस्तेमाल किया जा रहा है. दुनिया के कई मुल्कों में इसकी खेती की जाती है. खजूर का पेड़ 70 फुट लंबा होता है. नर-मादा पेड़ अलग-अलग होते हैं. पेड़ों पर खजूर चार अलग-अलग चरणों में पकता है. पेड़ 4-8 साल में फल देने के योग्य हो जाता है. 7-10 साल का पेड़ 68 से 186 किलो फल हर मौसम में देने लगता है।