बंगाल में दोगुना हुए कोरोना के मामले, दुर्गा पूजा में लापरवाही पड़ी भारी
कोलकाता: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ सकता है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल में बीते 24 घंटे में कोरोना के 846 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इस दौरान 12 संक्रमितों की मौत भी हुई. वहीं राज्य में पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है. बंगाल में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 20 अगस्त को जहां 1.6 फीसदी ही था तो वहीं 20 सितंबर को 1.9 फीसदी और 20 अक्टूबर को 2.4 फीसदी तक पहुंच गया है.
इसके अलावा कोलकाता (Kolkata) में दुर्गा पूजा उत्सव की समाप्ति के बाद संक्रमित मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. राज्य में इतने मामले सामने आए कि एक बार फिर से शहर के क्वारंटीन सेंटर्स (quarantine centres) को खोला जा रहा है. राज्य द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बीते शुक्रवार को कोलकाता में 242 नए संक्रमितों के मामले सामने आए हैं. इससे पहले यह आंकड़ा 127 था. नए संक्रमितों में से 150 लोगों को दोनों वैक्सीन की डोज दी जा चुकी थी. जबकि 15 को पहली खुराक मिली थी.
वहीं अधिकारियों का मानना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे सबसे बड़ा कारण त्योहार का आना है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान लोगों ने सुरक्षा प्रोटोकॉल पर ध्यान नहीं दिया. कोलकाता नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी अतिन घोष ने कहा, “दुर्गा पूजा का आनंद लेने के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या में लोगों को देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि उत्सव में कई लोगों ने मास्क नहीं पहना था. हम फिलहाल स्थिति को देख रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि एक बार फिर नियमों का पालन सख्ती से किया जाए.”
नागरिक अधिकारियों का कहना है कि खतरे की घंटी बजने वाली बात यह है कि नए संक्रमितों में से अधिकांश यानी 200 मरीज स्पर्शोन्मुख (छूने से फैलने वाली) हैं. जिसका मतलब है कि राज्य में और भी संक्रमितों के मामले सामने आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों (Covid) की संख्या सिर्फ कोलकाता में ही नहीं बल्कि पूरे बंगाल में बढ़ रही है और अगले सप्ताह तक स्पाइक की पूरी तस्वीर सामने आ जाएगी. उन्होंने कहा कि सात दिन में 451 से 833 तक राज्य में रोजाना संक्रमण के आंकड़े भी चिंताजनक हैं. बता दें कि दुर्गा पूजा के शुरू होने से पहले ही कई विशषज्ञों ने कोरोना मामलों के बढ़ने की आशंका जताई थी. इससे पहले भी सरकार और एक्सपर्ट्स जोर देकर कह चुके थे कि अगर लोगों सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कोरोना फिर लौटेगा.