शिक्षा पर कोरोना का ग्रहण! छात्रों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़
हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) में 11वीं कक्षा के आधे से अधिक विद्यार्थियों छात्रों ने परीक्षा में शानदार प्रदर्शन नहीं किया है। तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TSBIE) द्वारा 25 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच कराई गई परीक्षा में सिर्फ 49 प्रतिशत विद्यार्थी ही पास हो सके। जबकि 51 प्रतिशत बच्चे अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के कारण फेल हो गए। हालांकि निजी विद्यालय के विद्यार्थियों की इंटरनेट तथा डिजिटल उपकरणों तक बेहतर पहुंच है, इसलिए इन बच्चों ने सरकारी स्कूल की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया है।
ग्रामीण इलाकों में जूनियर कॉलेज कहे जाने वाले इन विद्यालयों में कई बच्चे सभी विषयों में फेल हो गए। 51 प्रतिशत बच्चों के बुरे प्रदर्शन ने तेलंगाना उच्च शिक्षा विभाग की समस्या बढ़ा दी है। खराब परिणाम को देखते हुए शिक्षा विभाग अब अपनी ऑनलाइन क्लासेस की प्रभावशीलता की समीक्षा कर रहा है। 11वीं कक्षा के नतीजे बृहस्पतिवार को घोषित किए गए थे। ये सभी विद्यार्थी अब कक्षा 12वीं में हैं। अप्रैल में कोरोना महामारी की मार के पश्चात् फाइनल एग्जाम कंडक्ट नहीं कराए जा सके थे। जिसकी वजह से बच्चों को अगली क्लास में बिना फाइनल परीक्षा के प्रमोट कर दिया गया था।
वही जो विद्यार्थी फेल हो गए हैं, उन्हें दूसरे साल या अगले वर्ष होने वाली कक्षा 12वीं के फाइनल परीक्षा के साथ-साथ उन विषयों को भी उत्तीर्ण करना होगा जो वे पास नहीं कर पाए थे। हालांकि विद्यार्थी फेडरेशन ऑफ इंडिया इसको लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। फेडरेशन का कहना है कि ऑनलाइन क्लासेस के चलते प्रभावी शिक्षण में कमी की कीमत विद्यार्थियों को नहीं चुकानी चाहिए। TSBIE के सचिव सैयद ओमर जलील ने बताया कि वे ऑनलाइन क्लास की पढ़ाई की समीक्षा करेंगे।