नई दिल्ली : गाय को हमारे देश में माता का दर्जा दिया जाता है और और इसकी पूजा भी की जाती है। गौ मूत्र के सेवन से हमारे शरीर स्वस्थ रहने में मदद मिलती है और बहुत सी बीमारियों से भी बचाव होता है। गो-मूत्र का नियमित सेवन करने वाले व्यक्ति को मोटापे का रोग नहीं लगता। इससे रक्त की कमी भी नहीं होती है।
यह एक प्रकार से शरीर को शुद्ध करने का प्राकृतिक तरीका है। हमारा शरीर पूर्ण रूप से कीटाणु रहित हो सकता है। यहाँ तक कि गो-मूत्र का अर्क सेवन करने वाले शरीर में कभी कैंसर जैसी बीमारी भी पैदा नहीं हो सकती है।
आयुर्वैदिक औषधियों का निर्माण गो-मूत्र से ही किया जाता है। एड्स ग्रस्त रोगियों के लिए भी गो-मूत्र का अर्क रामबाण सिद्ध होता है। तनाव के कारण सिरदर्द से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए भी गो-मूत्र लाभकारी सिद्ध होता है। इंसान रोजाना सही मात्रा में गौ मूत्र पीता है तो उसे दिल की बीमारी , मधुमेह , कैंसर , टीवी , एड्स , माइग्रेन आदि कभी नहीं हो सकती हैं ।
गोमूत्र हमेशा स्वस्थ देशी गाय का ही लिया जाना चाहिए और गोमूत्र को हमेशा निश्चित तापमान पर रखा जाना चाहिए न अधिक गर्म और न अधिक ठंडा। गोमूत्र का कितना सेवन करना चाहिए यह मौसम पर निर्भर है। इसकी प्रकृति कुछ गर्म होती है इसीलिए गर्मियों में इसकी मात्रा कम लेनी चाहिए।