एनबीआरआई : डॉ एसआर रंगनाथन के पुस्तकालय विज्ञान में योगदान को किया याद
लखनऊ: राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई), लखनऊ में पद्मश्री डॉ एसआर रंगनाथन का जयंती समारोह मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो एनआर सत्यनारायणा (भूतपूर्व विभागाध्यक्ष, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय) ने अपने सम्बोधन में डॉ रंगनाथन के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख करते हुए अपने संबोधन में कहा कि एक पुस्तकालय कर्मी का यह मिशन होना चाहिए कि वह सही व्यक्ति को सही समय पर सही फोर्मेट में सही सूचना उपलब्ध कराए. आधुनिक तकनीकी विकास के चलते पुस्तकालय कर्मी के लिए आवश्यक है कि वह आचार नीति की नवीनतम जानकारी से अवगत रहे ताकि वह अपने कार्य में सही दिशा में सही कदम उठा सके.उन्होंने बताया कि सत्यता, पारदर्शिता, निष्पक्षता एवं जवाबदेही आचार नीति के महत्वपूर्ण अंग हैं.
कार्यक्रम के अध्यक्षीय सम्बोधन में संस्थान के निदेशक प्रो एसके बारिक ने कहा कि आज के डिजीटल सूचना के युग में पुस्तकालय एवं पुस्तकालय विज्ञान की महत्ता को छात्र-छात्राओं को अवगत कराना आवश्यक है ताकि वे इस विधा की बारीकियां, इससे जुड़े तथ्यों एवं महत्त्व को समझ सकें. इस अवसर पर ‘वेब ऑफ साइंस’ विषय पर आधारित एक कार्यशाला में विश्व शर्मा (सीनियर सोल्यूशन कंसल्टेंट, मेसर्स क्लैरीवेट एनालिटिक्स, नई दिल्ली) ने इस प्रोग्राम की विशेषताओं के विषय में जानकारी दी एवं शोधकार्यों में इसके प्रयोग पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि यह ऐसी सुविधा है जिसके उपयोग से शोध कार्यों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है. कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ केएन नायर ने धन्यवाद दिया. कार्यक्रम का संचालन एमएल केन (प्रधान तकनीकी अधिकारी) ने किया.