5 महीने में 7 लाख युवाओं की तकदीर का हुआ फैसला
प्रयागराज: सरकारी शिक्षक बनने की उम्मीद पाले सात लाख युवाओं की तकदीर का फैसला पांच महीने में हो गया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले साल 29 अक्तूबर को सबसे पहले प्रशिक्षित स्नातक के 12913 और प्रवक्ता के 2595 कुल 15508 पदों का विज्ञापन जारी किया था। बाद में विधिक अड़चन के कारण उसे निरस्त करना पड़ा। उसके बाद 15 मार्च को संशोधित विज्ञापन जारी किया जिसमें पदों की संख्या घटकर 15198 रह गई। अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लिए गए, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण अंतिम तिथि कई बार बढ़ानी पड़ी। आखिरी बार 20 मई तक आवेदन लिए गए।
प्रशिक्षित स्नातक के 16 विषयों में 12603 पदों के लिए कुल 710854 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जिनका अंतिम परिणाम आवेदन पूरा होने के तकरीबन पांच महीने बाद मंगलवार को घोषित हो गया। अंतिम परिणाम में सात पद बढ़ गए। संशोधित विज्ञापन में प्रशिक्षित स्नातक जीव विज्ञान का पद भी शामिल किया गया था। संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना से बचने के लिए विज्ञान और जीव विज्ञान के पदों पर अलग-अलग आवेदन लेने पड़े। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती का असर है कि अवकाश के दिनों में भी काम हो रहा है। चयन बोर्ड ने साक्षात्कार के लिए अभ्यर्थियों को बुलाने की समयसीमा 21 दिन से घटाकर 10 दिन कर दी
चार दशक की सबसे बड़ी भर्ती
चयन बोर्ड अपने गठन के लगभग चार दशक की सबसे बड़ी भर्ती कर रहा है। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों की भर्ती के लिए 1982 में गठित चयन बोर्ड ने प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2021 के 15198 पदों पर आवेदन मांगे थे। इससे पहले 2016 में टीजीटी के 7950 और पीजीटी के 1344 कुल 9294 पदों पर भर्ती हुई थी। हालांकि अंतिम चयन परिणाम जारी होने तक यह संख्या और कम हो गई।