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आखिरी ग्रैंड स्लैम में मिली हार, फिर आँखों में आंसू लिए सानिया मिर्जा ने टेनिस को कहा ‘अलविदा’

मेलबर्न: भारतीय टेनिस स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने आज अपने ग्रैंड स्लैम करियर का आखिरी मैच खेला। सानिया ने पहले ही संन्यास का ऐलान किया था। वहीं, आज अपने आखिरी मुकाबले में उन्हें हार मिली है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट (Australian Open Tennis Tournament) के मिश्रित युगल में सानिया और उनके जोड़ीदार हमवतन रोहन बोपन्ना हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही सानिया (Sania Mirza) का सपना भी टूट गया। वह अपने ग्रैंड स्लैम करियर का अंत इस खिताब के साथ करना चाहती थी। अपना सपना टूटने के बाद उनकी आंख से आंसू छलक पड़े।

सानिया का सपना रह गया अधूरा! अपने करियर के आखिरी ग्रैंड स्लैम में हारीं, फाइनल में लुईसा-राफेल ने सानिया-बोपन्ना की जोड़ी को 2-0 से हराया
इस मैच के बाद रोहन बोपन्ना ने सानिया (Sania Mirza) को उनके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान सानिया अपने आंसू नहीं रोक पाई। बोपन्ना ने सानिया की तारीफ करते हुए कहा कि, उन्होंने देश के ढेरों युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित किया है। जब बोपन्ना यह बात कर रहे थे, उस दौरान सानिया भावुक हो गईं और उनकी आंख से आंसू छलक पड़े।

इसके बाद सानिया (Sania Mirza) ने खुद को संभालते हुए माइक थामा और सभी का शुक्रिया किया। साथ ही विजेता जोड़ी को बधाई भी दी। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न से ही 2005 में शुरू हुआ था। ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहने के लिए इससे अच्छी जगह हो ही नहीं सकती थी। माफी चाहूंगी (रोते हुए)।’

सानिया ने आगे अपने आंसू पोंछते हुए कहा, ‘यहां जब सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी तो 18 साल की थी। 18 साल पहले ही कैरोलिना के खिलाफ खेली। यहां खेलना हमेशा मेरे लिए सम्मान की बात रही। यह मेरे घर जैसा है।’

सानिया ने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। सानिया और बोपन्ना की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी रोड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी से 6-7 (2) 2-6 से हार गई। सानिया ने अपने करियर में तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं।

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