जी-20 देशों के डैलीगेट्स श्री हरिमंदिर साहिब में हुए नतमस्तक
अमृतसर: जी-20 सम्मेलन समागमों में शामिल होने के लिए श्री अमृतसर पहुंचे अलग-अलग 20 देशों के डैलीगेट्स ने श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन किए। इसी दौरान डैलीगेटों ने लंगर श्री गुरु रामदास जी में लंगर प्रबंध और चल रही सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। यहां पहुंचने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिन्द्र सिंह धामी ने डैलीगेट्स का भव्य स्वागत किया। इसी दौरान डैलीगेट्स ने प्लाजा के जमींदोज हिस्से में बने व्याख्या केंद्र में श्री हरिमंदिर साहिब और सिख इतिहास से संबंधित जानकारी प्राप्त की। शिरोमणि कमेटी की ओर से प्लाजा के ही एक विशेष हाल में जी-20 डैलीगेट्स के सम्मान के लिए विशेष समागम किया गया, जहां शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी और शिरोमणि कमेटी के सदस्यों की ओर से उनको सम्मानित किया गया।
शिरोमणि कमेटी प्रधान एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी ने जी-20 डैलीगेट्स को श्री दरबार साहिब की महत्ता, मर्यादा और सिद्धांत के बारे बताया कि यह स्थान समूची मानवता को सांझीवालता का संदेश देता है। उन्होंने भारत की जी-20 प्रधानगी के तहत अलग-अलग देशों से पहुंचे डैलीगेट्स को बताया कि श्री अमृतसर चौथे पातशाह श्री गुरु रामदास जी की ओर से बसाई ऐतिहासिक नगरी है।
उन्होंने कहा कि भारत की विभिन्नता इसकी विशेषता है, जिसका अनुभव डैलीगेट आपने दौरे के दौरान कर रहे हैं। उन्होंने शिरोमणि कमेटी की ओर से डैलीगेट्स को कहा कि जी-20 देश अपनी नीतियां सम्पूर्ण पहुंच से बनाएं और अपनाएं । उन्होंने खास करके वातावरण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर सख्त फैसले और ऐसी नीतियां बनाने पर जोर दिया ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एक साफ-सुथरी और हरी-भरी धरती दे सकें। उन्होंने कहा कि सिख गुरु साहिबान ने भी अपनी गुरबाणी में वातावरण की संभाल की शिक्षा दी है। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के पूर्व प्रधान अलविंदरपाल सिंह पक्खोके, आंतरिक सदस्य बावा सिंह गुमानपुरा, गुरनाम सिंह जस्सल आदि मौजूद थे।