ड्राफ्ट ‘बाय लॉ’ का सही रूप से अध्ययन करने के लिए निर्देश दें मुख्यमंत्री: धर्मेन्द्र प्रधान
भुवनेश्वर : भुवनेश्वर के अनंत वासुदेव मंदिर व ब्रह्मेश्वर मंदिर के लिए राष्ट्रीय धरोहर प्राधिकरण (एनएमए) द्वारा जारी किये गये ड्राफ्ट बाय लॉ को सही रूप से अध्ययन करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश देने का केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा है कि अध्ययन के साथ-साथ यदि इसे लेकर किसी प्रकार की आपत्ति व शिकायत है तो उसकी सूची तैयार कर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सचिव को लिखित रूप से अवगत कराने लिए मुख्यमंत्री राज्य के मुख्य सचिव से कहें। केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से यह अनुरोध किया।
धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा
मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हैं कि मोदी सरकार ओडिशा की जनता की संस्कृति, गौरव व भावना को सम्मान देने में किसी प्रकार की कोताही नहीं करेगी। राज्य सरकार की आपत्ति व शिकायतों को बातचीत के जरिये समाधान निकालने के लिए केन्द्र सरकार संकल्पबद्ध है।
It is therefore requested of Hon. CM Shri @Naveen_Odisha to direct Chief Secy., Govt. of Odisha, to write a letter to Secy. @MinOfCultureGoI for examining point by point provisions of the draft bylaws and for listing out objections of the state govt in the draft published by NMA.
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) February 12, 2021
उन्होंने कहा
ओडिशा की समृद्ध धरोहरों की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की चिंता स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक व ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण धरोहरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों केन्द्र व राज्य सरकार की है।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को ट्वीट कर एकाम्र क्षेत्र के दो मंदिरों से राष्ट्रीय धरोहर प्राधिकरण के ड्राफ्ट बाय लॉ को वापस किया जाए, की मांग की थी। साथ ही उन्होंने ओडिशा के सांसदों को केन्द्र सरकार के समक्ष इस मामले को उठाने के लिए अपील की थी।
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