नई दिल्ली: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को कहा कि 920 वर्ग किलोमीटर में फैला धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) फ़्यूचरिस्टिक सिटी (भावी नगरी) गुजरात तथा भारत में आने वाले समय का सर्वाधिक अत्याधुनिक औद्योगिक केन्द्र बनने को सज्ज है। पटेल ने इस संदर्भ में कहा कि धोलेरा एसआईआर के विकास के लिए गुजरात सरकार तथा राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास निगम (नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन अर्थात एनआईसीडीसी) द्वारा धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड नामक स्पेशल पर्पज़ व्हीकल का गठन किया गया है। वह आज गांधीनगर में केन्द्र सरकार के एनआईसीडीसी द्वारा आयोजित इन्वेस्टर्स राउंड टेबल कॉन्फ़्रेंस (निवेशक गोलमेज सम्मेलन) को संबोधित कर रहे थे।
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की विशेष उपस्थिति में आयोजित इस सम्मेलन में राज्य के उद्योग राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, एनआईसीडीसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर अर्थात सीईओ) व महाप्रबंधक (जनरल मैनेजर अर्थात एमडी), भारत सरकार के विशेष सचिव अमृतलाल मीणा, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, राज्य के उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राज कुमार सहित विभिन्न राज्यों के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर्स-इंडस्ट्रियल नोड के अधिकारी, निवेशक आदि भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सदियों से व्यापार-वाणिज्य के लिए विख्यात गुजरात अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में वाइब्रेंट समिट तथा सर्वग्राही विकास की सफलता के परिणामस्वरूप मोस्ट प्रीफ़र्ड डेस्टिनेशनल फ़ॉर इन्वेस्टमेंट (निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य) बन गया है। उन्होंने कहा कि जब देश व दुनिया में वैश्विक मंदी के विपरीत प्रभाव थे, तब ऐसे समय में भी गुजरात प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारत को आर्थिक महासत्ता बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा था।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात पॉलिसी ड्रिवन स्टेट (नीति चालित राज्य) तथा इन्वेस्टर फ़्रेंड्ली स्टेट (निवेशकानुकूल राज्य) के रूप में स्थापित हुआ है। इतना ही नहीं, भारत सरकार के विभिन्न औद्योगिक मानदंडों ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस, लॉजिस्टिक परफ़ॉर्मेंस इंडेक्स, एक्सपोर्ट प्रीपेयर्डनेस इंडेक्स, स्टार्टअप रैंकिंग आदि में गुजरात कई वर्षों से शीर्ष स्थान पर चला आ रहा है।
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के सर्वग्राही और तेज़ औद्योगिक विकास तथा अन्य व्यवसायों को कार्यक्षम रूप से जोड़ने के लिए दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) से संलग्न एसआईआर का कॉन्सेप्ट विकसित किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में ऐसे एसआईआर की कल्पना के साथ वर्ष 2009 में एसआईआर एक्ट पारित करवाया था। गुजरात में ऐसे 8 एसआईआर निर्माणाधीन हैं। इनमें धोलेरा, मांडल, बेचराजी तथा पीसीपीआईआर दहेज विकास के सर्वाधिक अत्याधुनिक चरण में हैं व डीएमआईसी के प्रभाव क्षेत्र में भी समाविष्ट हैं।
उन्होंने कहा कि धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी ऐसा ही एक अग्रणी प्रोजेक्ट है और वहाँ इंटरनेशनल लेवल की वर्ल्ड क्लास इन्फ़्रास्ट्रक्चर सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंधी में विस्तारपूर्वक कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया अर्थात एनएचएआई) द्वारा भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस वे का निर्माण प्रगति पर है। धोलेरा-भीमनाथ रेलवे प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य आगामी छह माह में पूर्ण हो जाएगा। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने धोलेरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए स्वीकृति दे दी है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट तथा पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान में धोलेरा प्लग एंड प्ले फ़ैसिलिटीज़, स्ट्रैटेजिक लोकेशन तथा मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के कारण अग्रिम भूमिका निभाएगा। उन्होंने आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के अमृत काल में भारत को विश्व का विकसित राष्ट्र बनाने हेतु उद्योगों-निवेशकों का व्यवसाय- कारोबार के लिए धोलेरा एसआईआर में आने का आह्वान किया।