क्वाड में यूक्रेन पर हुई चर्चा, प्रधानमंत्री मोदी ने कूटनीति पर दिया जाेर
नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले के कारण उत्पन्न हालात का जायजा लेने के लिए गुरुवार रात को अमेरिका, भारत, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया के गठजोड़ क्वाड के शीर्ष नेताओं की वर्चुअल बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कूटनीति और बातचीत के माध्यम से रास्ता निकालने पर जोर दिया।
यह बैठक प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो के बीच हुई। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के खिलाफ लाये गये निंदा प्रस्तावों के लिए वोटिंग में भारत निरंतर रूप से अनुपस्थित रहा। जबकि बैठक में शामिल हुये अन्य तीन देशों ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के लिए मतदान किया और मॉस्को पर कड़े प्रतिबंध लगाए।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, ‘बैठक में यूक्रेन के घटनाक्रमों पर चर्चा की गई। साथ ही मानवीय सहायताओं पर भी बात हुई। प्रधानमंत्री ने बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत पर जोर दिया।’ भारत ने यूक्रेन की बिगड़ती स्थिति और यहां से अपने हजारों नागरिकों को निकालने के उसके प्रयासों पर चिंता व्यक्त की है।
जबकि इस बैठक में मीडिया को शामिल नहीं किया गया, लेकिन अमेरिका ने अपने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध और हिंद-प्रशांत पर इसके प्रभावों पर चर्चा करने के लिए बाइडेन अपने समकक्ष क्वाड लीडर्स के साथ एक सुरक्षित वीडियो कॉल करेंगे।
पीएमओ के बयान में कहा गया है कि नेताओं ने इस दौरान आसियान, हिंद महासागर क्षेत्र और प्रशांत द्वीप समूह के विकास सहित अन्य सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा की। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता के सम्मान पर जोर दिया – जैसे कि भारत संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन पर प्रस्तावों के दौरान दोहराता रहा है।
बयान में कहा गया है कि बैठक में सितंबर, 2021 में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद से क्वाड की पहल पर प्रगति की समीक्षा की गई। नेताओं ने इस वर्ष के अंत में जापान में शिखर सम्मेलन द्वारा ठोस परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से सहयोग में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में पीएम ने रेखांकित किया कि क्वाड को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने मूल उद्देश्य पर केंद्रित रहना चाहिए।
उन्होंने क्वाड समूह में मानवीय और आपदा राहत, ऋण स्थिरता, आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ ऊर्जा, कनेक्टिविटी और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिए ठोस और व्यावहारिक कदम उठाने का भी आह्वान किया। बयान में कहा गया, इस दौरान नेताओं ने संपर्क में रहने और जापान में अपने आगामी शिखर सम्मेलन के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की।