DMK ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को दीं 41 सीटें
एजेन्सी/ चेन्नई: द्रमुक ने 16 मई को होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए अपनी महत्वपूर्ण गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को 41 सीटें देने का फैसला किया । सीट बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच कई सप्ताह से गहन चर्चा चल रही थी । कौन सा दल किन निर्वाचन क्षेत्रों में लड़ेगा, इस बारे में आज बाद में द्विपक्षीय चर्चा शुरू होगी ।
समझौता द्रमुक और कांग्रेस के बीच गहन द्विपक्षीय चर्चा की पृष्ठभूमि में हुआ है । इसके अतिरिक्त, तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस समिति ने अपने प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के साथ भी सिलसिलेवार चर्चा की । हाल में, इलानगोवन ने मुद्दे पर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी बातचीत की थी । तमिलनाडु कांग्रेस कम से कम 45 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन उसे कुछ कम सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है । आजाद ने कहा कि अन्य सीटें द्रमुक और अन्य गठबंधन सहयोगियों के साथ साझा की जाएंगी ।
उन्होंने कहा, ‘नि:संदेह बड़ा हिस्सा, (सीटों की संख्या) द्रमुक के पास जाएगा लेकिन अन्य गठबंधन सहयोगी भी हैं और द्रमुक पहले ही अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठजोड़ कर चुकी है ।’ आजाद ने कहा, ‘इस बार द्रमुक नीत सरकार की बारी है और मुझे यकीन है कि करूणानिधि जी के नेतृत्व में पार्टी तमिलनाडु में सरकार बनाने में सफल होगी ।’ उन्होंने कहा कि सभी साझेदार जीत सुनिश्चित करने के लिए ईमानदारी से काम करेंगे ।
द्रमुक नेता स्टालिन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘यहां युवा नेतृत्व है और हमने 41 सीटों के लिए दस्तखत किए हैं ।’ स्टालिन ने कहा, ‘आज यह फैसला हुआ है कि कांग्रेस द्रमुक मोर्चे के घटक के रूप में 41 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं ।’ उन्होंने कहा कि उन्हें अन्नाद्रमुक को सत्ता से ‘उखाड़ फेंकने’ का विश्वास है । उन्होंने कहा, ‘हमें यकीन है कि हम यह हासिल करेंगे ।’ स्टालिन ने कहा कि द्रमुक और कांग्रेस के लिए निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान के वास्ते आज शाम चर्चा शुरू होगी । करूणानिधि और गुलाम नबी आजाद ने वासनिक, द्रमुक के पूर्व मंत्रियों दुरईमुरूगन, ईवी वेलू तथा पार्टी सांसद कनिमोई सहित दोनों दलों के नेताओं की मौजूदगी में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए । कांग्रेस को वर्तमान सीट आवंटन के साथ द्रमुक अब तक अपने गठबंधन सहयोगियों को 54 सीटें आवंटित कर चुकी है ।