वाशिंगटन: आम को छोड़कर किसी अन्य फलों के जूस का सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज के होने का ख़तरा नहीं रहता है। नूट्रीशिनल साइंस नाम की पत्रिका में प्रकाशित हालिया शोध में बताया गया है कि 100 फीसदी फलों से तैयार किए गए जूस में किसी प्रकार के शुगर या ग्लूकोज के बढ़ने का खतरा नहीं रहता। यह शोध अमेरिका के सेंटर फॉर केमिकल रेगुलेशन एंड फूड सेफ्टी के शोधकर्ताओं ने किया।
इस शोध में शोधकर्ताओं ने एक बड़े पैमाने पर तथ्यों का विश्लेषया किया। यह विश्लेषण 100 फीसदी फलों से बने जूस और शरीर में बढ़ने वाले ग्लूकोस के संबंध में था। विश्लेषण में वैज्ञानिकों ने सेब, रसभरी, नींबू-संतरा, अनार और अंगूर के रसों को प्रयोग कर पाया कि इससे कि इंसान का ग्लूकोज या शुगर का स्तर बढ़ने में कोई खास बदलाव नहीं होता।
जो तथ्य सामने आए हैं वह इससे पहले वाली शोध का समर्थन करते हैं जिसमें कहा गया था कि 100 फीसदी फलों से बने शुद्ध जूस से किसी भी प्रकार डायबिटीज होने का खतरा नहीं है।
क्या होता है टाइप-2 डायबिटीज
यह एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है जिसमें शरीर इंसुलिन पर नियंत्रण खो देता है। टाइप-2, डायबिटीज से छुटकारा पाने का पहला तरीका यही है कि आप हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाएं। सही खाना खाएं और नियमित रूप से व्यायाम करें। अपना वजन भी नियंत्रण में रखें।