स्पोर्ट्स डेस्क : स्पेन की महिला बैडमिंटन प्लेयर कैरोलिना मारिन ने रियो ओलंपिक-2016 के फाइनल में भारतीय बैडमिंटन शटलर पीवी सिंधु को कड़े मैच में हराकर गोल्ड जीता था लेकिन एक बुरी खबर सामने आ रही है.
स्पेन की इस प्लेयर को घुटने में चोट लगी है जिसकी वजह से उनका टोक्यो ओलंपिक में खेलने पर खतरा मंडरा रहा हैं. टोक्यो ओलंपिक का आगाज 23 जुलाई से होगा और आठ अगस्त तक होगा.
स्पेनिश स्पोटर्स मीडिया मार्का की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा ओलंपिक चैंपियन मारिन को प्रैक्टिस के दौरान घुटने में परेशानी हुई. रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने मारिन के कई टेस्ट किये जिसके बाद पता चला कि मारिन को बाएं घुटने में anterior cruciate ligament की चोट है.
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विश्व की नंबर-4 महिला प्लेयर मारिन ने हाल ही में अपने बयान में बोला कि वो सुरक्षित हाथों में हैं. मारिन ने बयान में बोला कि, ट्रेनिंग के दौरान मुझे कुछ परेशानी हुई जिसकी वजह से मुझे ट्रेनिंग रोकने पड़ी.
पहले टेस्ट के बाद, डॉक्टरों को पता चला कि मुझे anterior cruciate ligament नाम की चोट है. मेरा बायां घुटने इससे प्रभावित है. मैं जल्दी आपको ज्यादा जानकारी दे पाऊंगी.
मारिन को 2019 में भी एसीएल चोट लगी थी. वो उनके दाएं घुटने में थी. इसकी वजह से वो उस साल सितंबर तक कोर्ट से दूर रही थीं. इस वर्ष उन्होंने पांच टूर्नामेंट खेले हैं और पांचों के फाइनल में जगह बनायीं थीं जिसमें से चार में जीत दर्ज की थीं.
अगर मारिन ओलंपिक में नहीं भाग लेती हैं तो इसका फायदा भारत की पीवी सिधू को हो सकता है. सिंधू ओलंपिक में पदक की दावेदार हैं और मारिन नहीं खेलती हैं तो उससे उनकी गोल्ड मैडल हासिल करने की उम्मीदें और बढ़ जाएंगी क्योंकि मारिन सिंधू को कई बड़े टूर्नामेंट्स में हारा चुकी हैं.
इन दोनों के बीच अब तक 13 मैच हुए हैं जिसमें से आठ में मारिन तो पांच में सिंधु को जीत हासिल हुई है. ऐसे में मारिन के नही होने से सिंधु की एक कड़ी प्रतिद्वंदी कम हो जाएगी.
मारिन की चोट से पहले भारत को एक बुरी खबर मिली थी. लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक चैंपियन सायना नेहवाल और पुरुष प्लेयर किदाम्बी श्रीकांत के ओलंपिक में खेलने की उम्मीदें खत्म हो गई हैं.
इस बात की पुष्टि विश्व बैडमिंटन महासंघ ने कर दी है. बीडब्ल्यूएफ ने स्पष्ट किया है कि क्वालीफिकेशन अवधि के अंदर कोई और टूर्नामेंट नहीं होगा और मौजूदा रैंकिंग लिस्ट में भी कोई बदलाव नहीं होगा.
विश्व के पूर्व नंबर वन पुरूष प्लेयर श्रीकांत और साइना की उम्मीदें लगभग उसी समय टूट गयी थी जब कोरोना की वजह से सिंगापुर में खेले जाने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के अंतिम टूर्नामेंट को रद्द किया गया था.
उस टाइम बीडब्ल्यूएफ ने बोला था कि वो टोक्यो ओलपिंक क्वालीफाइंग को लेकर बाद में एक और बयान जारी करेगा तब लगा था कि इन दोनों प्लेयर्स के लिए अवसर बन सकता है.
बीडब्ल्यूएफ ने जारी बयान में बोला कि, बीडब्ल्यूएफ पुष्टि कर सकता है कि टोक्यो 2020 ओलपिंक की क्वालीफाइंग टाइम के अंदर अब कोई और टूर्नामेंट नहीं होगा. टोक्यो ओलंपिक की क्वालीफाइंग अवधि आधिकारिक तौर पर 15 जून 2021 को खत्म हो रही है. ऐसे में वर्तमान ‘रेस टू टोक्यो रैंकिंग’ लिस्ट में बदलाव नहीं होगा.