नेपाल: काठमांडू में भूकंप के भयंकर झटके, बिहार में भी हिली धरती, 5.5 रही तीव्रता
नई दिल्ली. नेपाल (Nepal) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां के काठमांडू (Kathmandu) में अब से कुछ देर पहले यानी आज सुबह करीब 8 बजे भूकंप के झटके (Earthquake Tremors) महसूस किए गए हैं। वहीं रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान होने की कोई खबर नहीं है।
यह भूकंप इतना तेज था कि बिहार के कई जिलों में आज इसका असर देखने को मिला है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें भी इसके झटके महसूस हुए। दरअसल आज रविवार होने के चलते लोग घरों पर ही थे। ऐसे में सुबह-सुबह भूकंप के झटकों ने जैसे अब लोगों को दहशत में डाल दिया है। इन भयंकर झटकों के महसूस होते ही लोग घरों से बाहर की ओर भागे। हालांकि, इस भूकंप के चलते जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं है।
क्यों आता है भूकंप:
हमारी धरती मुख्य तौर पर 4 परतों से निर्मित है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। पता हो कि इस क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से भी जाना जाता है। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई रहती है। इसे दुसरे शब्दों में टैकटोनिक प्लेट्स भी कहा जाता है। यही ‘टैकटोनिक प्लेट्स’ अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं। लेकिन जब ये प्लेट जरुरत से बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे हम भूकंप कहते हैं। ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल-डुल सकती हैं। इसके बाद वह स्थिर होते हुए अपनी जगह तलाशती हैं इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाता है। जिससे भूकंप बनता है और तरंगे आती हैं।
भूकंप आने पर आप क्या करें?
अगर भूकंप के वक्त आप घर के अन्दर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं।
घर में नौजूद किसी भी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें।
भूकंप के झटके आने तक आप घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही अपने घर से बाहर निकलें।
अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हुए हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से अपना सिर जरुर ढक लें।
घर के सभी बिजली स्विच को तुरंत ऑफ कर दें।
अगर आप किसी बिल्डिंग में मौजूद हैं तो तुरंत बाहर निकलकर खुले में आ जाएं।
बिल्डिंग से नीचे आते वक़्त लिफ्ट का बिलकुल भी प्रयोग नहीं करना है।
अगर बिल्डिंग से नीचे उतरना आन संभव नहीं हो तो, पास ही मौजूद की किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं।
भूकंप के दौरान अगर आप मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से पहले अपने मुंह को ढंके।
मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को बजाते रहें, ताकि बचाव दल को आपके जीवित होने के सबूत मिलते रहे।
अगर आपके पास कोई भी उपाय ना हो तो बस चिल्लाते रहें और हिम्मत बिल्कुल भी ना हारें।
भूकंप आने पर आप क्या ना करें-
भूकंप के समय अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से बिल्कुल दूर रहें।
अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो उसे रोक लें, लेकिन गाड़ी से बाहर ना निकलें।
किसी पुल या फ्लाइओवर पर अपनी गाड़ी खड़ी ना करें।
भूकंप के समय अगर आप अपने घर में हैं तो बाहर ना निकलें।
अगर आप भूकंप के मलबे में दब जाएं तो माचिस तो बिल्कुल ना जलाएं।
क्योंकि ऐसे में गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है।
भूकंप आने पर घर में हैं तो चहल-कदमी न करें । एक सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं।
घर के किसी भी कोने में चले जाएं। कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से थोड़ादूर रहें।
भूकंप के वक्त कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें।
भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और आस-पास की धूल ना उड़ाएं।
भूकंप के दौरान आप पैनिक बिल्कुल भी न करें और किसी भी तरह की अफवाह भी न फैलाएं।