आयुर्वेद महाविद्यालय और अस्पताल में रिसर्च के कार्य को प्रोत्साहित करें
भोपाल: आयुष राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रामकिशोर कावरे ने प्रदेश के आयुर्वेद महाविद्यालयों में रिसर्च के कार्यों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के 75 आयुष ग्रामों में मरीजों के रोग संबंधी डाटा के अनुसार उनके महाविद्यालय एवं अस्पताल में समुचित ईलाज किये जाने पर भी जोर दिया। राज्य मंत्री कावरे आज पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद महाविद्यालय और अस्पताल की साधारण सभा की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख और कमिश्नर भोपाल संभाग गुलशन बामरा भी मौजूद थे।
राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि भोपाल के आयुर्वेद अस्पताल में 50 बिस्तर के पंचकर्म सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय के निर्माण कार्य को तय समय-सीमा में पूरा किया जाएँ। बैठक में बताया गया कि इसके निर्माण पर करीब 7 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जा रही है। बैठक में यह भी बताया गया कि परिसर में 500 सीट क्षमता के ऑडिटोरियम का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है। राज्य मंत्री ने जल्द ही इसके लोकार्पण किये जाने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि आयुर्वेद संस्थान के प्रशासनिक और अकादमिक भवन के निर्माण के लिए करीब 20 करोड़ रूपये की राशि जारी की जा चुकी है। बैठक में आयुर्वेद संस्थान में पीपीपी मॉडल पर सिटी स्केन की सुविधा प्रारंभ किये जाने के प्रस्ताव पर भी अनुमोदन किया गया।
प्रमुख सचिव आयुष ने बताया कि आयुर्वेद संस्थान ने रिसर्च कार्य में छात्रों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। संस्थान के अनेक रिसर्च पेपर को अखिल भारतीय स्तर पर प्रशंसा मिली है। भोपाल कमिश्नर गुलशन बामरा ने आयुर्वेद संस्थान के बाउंड्रीबॉल के निर्माण को जल्द शुरू किये जाने के निर्देश दिए। संस्थान के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया कि छात्रों को संस्थान में पढ़ाई के बाद उनके प्लेसमेंट के लिये मार्गदर्शन दिये जाने की व्यवस्था की गई है। संस्थान की फैकल्टी के डेव्हलपमेंट के लिये आईआईएम इंदौर के अलावा प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एमओयू किये गये हैं। संस्थान द्वारा आयुष ग्राम के अलावा अन्य 81 शिविर संबंधी गतिविधियाँ सम्पन्न की गईं।
लिफ्ट का लोकार्पण
राज्य मंत्री कावरे ने पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद संस्थान में मरीजों की सुविधा के लिये लगाई गई लिफ्ट का लोकार्पण भी किया। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान परिसर में टी.बी. मरीजों के प्रारंभिक परीक्षण केन्द्र का भी शुभारंभ किया। यह केन्द्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत शुरू किया गया है।