प्रयागराज

पर्यावरण सुदृढता: वन महोत्सव एक माध्यम

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र द्वारा नगर के झूसी क्षेत्र में स्थित संस्कृत वन-सदाफल आश्रम में वन महोत्सव के शुभ अवसर पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किये गये। केन्द्र प्रमुख डा० संजय सिंह तथा आश्रम की प्रमुख गुरूमाता सुशीला देवी ने आम तथा पारिजात के पौधों को रोपित करते हुए वन महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की।

डा० सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित आश्रम के सभी सदस्यों तथा नजदीकी ग्राम वासियों को फलदार वृक्ष लगाने के साथ पर्यावरण बचाने के लिए अन्य वृक्षों को रोपित करने का आह्वान किया। उन्होने पर्यावरण जागरूकता के अंतर्गत दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली हानिकारक वस्तुओं से भी अवगत कराया, जिनसे पर्यावरण को क्षति पहुँचती है साथ ही इनको नष्ट करने के तरीके पर चर्चा की। गुरुमाता सुशीला देवी ने पर्यावरण के महत्व को ध्यान में रखते हुए रोपित किये गये पौधों की देखभाल तथा समय समय पर निराई – गुड़ाई व पौधारोपण करने का आश्वासन दिया। आश्रम के सच्चिदानंद, राजेन्द्र प्रसाद तथा विजय बहादुर के साथ केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० अनीता तोमर, डा० कुमुद दूबे, आलोक यादव एवं डा० अनुभा श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डा० एस० डी० शुक्ला व रतन गुप्ता ने भी पर्यावरण संरक्षण हेतु एक – एक पौधे रोपित किये।

महोत्सव में उपस्थित आश्रम के सदस्यों ग्रामीण वासियों एवं केन्द्र के कर्मचारियों के साथ विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत शोधछात्रों ने भी विभिन्न किस्मो के पौधों को रोपित किया। आश्रम में विभिन्न प्रजातियों जैसे पारिजात, शीशम, कटहल, आम, बडहल, महुआ, करज, अमरूद, आँवला, बाँस सहजन एवं अन्य प्रकार के लगभग 1000 पौधे रोपित किये गये।

Related Articles

Back to top button