चेन्नई: विदेशों में फैले कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को कहा कि यूरोपीय और 11 अन्य देशों के यात्रियों को आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा और नकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी। सरकार ने यह भी कहा कि 12 क्षेत्रों के उन यात्रियों को सात दिनों के लिए घर में अलग-थलग रहना होगा और उनके आगमन के आठवें दिन एक और आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा।
सरकार के अनुसार, यात्रियों को सात दिनों तक अपने स्वास्थ्य की निगरानी करनी होगी। जो लोग वायरस से संक्रमित पाए जाएंगे, उनका इलाज सरकारी अस्पतालों में किया जाएगा और उनके नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे जाएंगे, ताकि वायरस के म्यूटेशन का पता चल सके। यूरोपीय और 11 अन्य देशों में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, हांगकांग, चीन, इजराइल, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, ब्राजील, बांग्लादेश और मॉरीशस शामिल हैं।
तमिलनाडु सरकार ने यह भी कहा कि कोविड-19 के लक्षण वाले इन देशों के यात्रियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सूचित करना चाहिए या 104 पर कॉल करना चाहिए और जो लोग उनके संपर्क में थे, उनका पता लगाना और इलाज करना होगा।
दूसरे देशों से आने वाली फ्लाइट के मामले में पांच फीसदी यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा।